راہل گاندھی نے ٹویٹ کیا کہ 'سنہ 1971 میں بھارت کی پاکستان پر تاریخی فتح کے جشن کے موقع پر ملک کے باشندوں کو مبارکباد اور فوج کی بہادری کو سلام۔'
انہوں نے کہا کہ 'یہ اس وقت کی بات ہے جب بھارت کے ہمسایہ ممالک بھارت کی وزیر اعظم کا لوہا مانتے تھے اور ہمارے ملک کی سرحد کی خلاف ورزی کرنے سے ڈرتے تھے۔'
-
सन् ‘71 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएँ और सेना के शौर्य को नमन।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
ये उस समय की बात है जब भारत के पड़ोसी देश भारत के प्रधानमंत्री का लोहा मानते थे और हमारे देश की सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे!#VijayDiwas
">सन् ‘71 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएँ और सेना के शौर्य को नमन।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020
ये उस समय की बात है जब भारत के पड़ोसी देश भारत के प्रधानमंत्री का लोहा मानते थे और हमारे देश की सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे!#VijayDiwasसन् ‘71 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएँ और सेना के शौर्य को नमन।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020
ये उस समय की बात है जब भारत के पड़ोसी देश भारत के प्रधानमंत्री का लोहा मानते थे और हमारे देश की सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे!#VijayDiwas
واضح رہے کہ بھارت اور پاکستان کے مابین 1971 میں 13 دن جاری رہی جنگ کے بعد 16 دسمبر کو پاکستانی فوج نے بھارتی فوج کے سامنے غیر مشروط ہتھیار ڈال دیے اور بنگلہ دیش آزاد ہوا تھا۔ محترمہ اندرا گاندھی اس وقت ملک کی وزیر اعظم تھیں۔
یو این آئی