ETV Bharat / briefs

موسم گرما اور گھڑے کے پانی - گھڑوں

گرمی کے موسم میں گھڑوں کی خریدوفروخت میں زبردست اضا فہ ہوا ہے۔ مٹی کے بنے گھڑے میں پانی قدرتی طور پر ٹھنڈا اور مختلف جراثیم سے محفوظ رہتا ہے جس سے لوگوں کو طبی طور پر فائدہ ہو تا ہے۔

گرمی کے موسم اور گھڑے کے پانی
author img

By

Published : Jun 25, 2019, 4:34 PM IST

گرمی کے موسم میں لوگوں کو مٹی کے گھڑے کے پانی سے بہت فائدہ ہوتا ہے۔گرمی کے موسم میں گھڑے کی خرید وفروخت میں زبردست اضا فہ ہوا ہے۔

ادھم پور شہر سے کچھ فاصلے پر واقع رٹوران نامی گاؤں کے تلک راج نام کے ایک کمہاران دنوں کافی چرچے میں ہیں۔وہ گزشتہ 40 برسوں سے گھڑا فروخت کر رہے ہیں۔


یہاں کے گھڑے نہ صرف ادھم پور بلکہ دہلی،ہریانہ اور جموں وغیر میں بھی جاتے ہیں۔لیکن مٹی مناسب تعداد میں نہیں ملنے کی وجہ سےلوگوں کے گھڑے کم بن رہے ہیں ۔

گرمی کے موسم اور گھڑے کے پانی


تلک راج کا کہنا ہے کہ گھڑے کے پیشے سے کافی فائدہ بھی ہوتاہے۔میں برسوں سے جڑا ہو ں اور میرے بچے بھی اس پیشے سے جڑے رہیں گے۔

حکومت سے کوئی مدد نہیں ملنے پر ناراضگی کا اظہار کر تے ہوئے ہوئے وہ کہتے ہیں کہ حکومت کو ہماری مدد کرنی چا ہیے۔ اس سے ہمارے ساتھ ساتھ حکومت کو فائدہ ہوگا۔
ڈاکٹر بھی فرج کے بجائے گھڑے کے پانی پینے کا مشورہ دیتے ہیں۔ گرمی کے موسم میں گھڑے کی مانگ بڑھ گئی ہے۔

گرمی کے موسم میں لوگوں کو مٹی کے گھڑے کے پانی سے بہت فائدہ ہوتا ہے۔گرمی کے موسم میں گھڑے کی خرید وفروخت میں زبردست اضا فہ ہوا ہے۔

ادھم پور شہر سے کچھ فاصلے پر واقع رٹوران نامی گاؤں کے تلک راج نام کے ایک کمہاران دنوں کافی چرچے میں ہیں۔وہ گزشتہ 40 برسوں سے گھڑا فروخت کر رہے ہیں۔


یہاں کے گھڑے نہ صرف ادھم پور بلکہ دہلی،ہریانہ اور جموں وغیر میں بھی جاتے ہیں۔لیکن مٹی مناسب تعداد میں نہیں ملنے کی وجہ سےلوگوں کے گھڑے کم بن رہے ہیں ۔

گرمی کے موسم اور گھڑے کے پانی


تلک راج کا کہنا ہے کہ گھڑے کے پیشے سے کافی فائدہ بھی ہوتاہے۔میں برسوں سے جڑا ہو ں اور میرے بچے بھی اس پیشے سے جڑے رہیں گے۔

حکومت سے کوئی مدد نہیں ملنے پر ناراضگی کا اظہار کر تے ہوئے ہوئے وہ کہتے ہیں کہ حکومت کو ہماری مدد کرنی چا ہیے۔ اس سے ہمارے ساتھ ساتھ حکومت کو فائدہ ہوگا۔
ڈاکٹر بھی فرج کے بجائے گھڑے کے پانی پینے کا مشورہ دیتے ہیں۔ گرمی کے موسم میں گھڑے کی مانگ بڑھ گئی ہے۔

Intro:प्राकृतिक शीतल गुणवत्ता और स्वास्थ्य लाभों से मिटटी के बने पानी के घड़ो की मांग इस गर्मियों में काफी मात्रा में मांग बढ़ गई है। बीते कुछ दिनों से पूरे उत्तर भारत में गर्मी की भीषण मार पड़ रही है इसके साथ ही उधमपुर शहर में भी इस बार गर्मी का अधिकतम तापमान 45 परिशत दर्ज किया गया जिसके चलते पीने के पानी की बढ़ती किल्लत और प्राकृतिक स्रोतों में आई कमी के चलते लोगों में पीने के पानी पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है वहीं दूसरी ओर इन सबके बीच ऐतिहासिक और प्राचीन मटके का पानी लोगों को काफी लुभा रहा है।

उधमपुर शहर से महज कुछ ही फासले पर बसे रठिरान गांव में एक कुम्हार तिलक राज इन दिनों काफी चर्चा में बना हुआ है जो अपने पूरे परिवार सहित लगभग पिछले 40 सालों से इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं और समाज में अपना एक अलग ही मुकाम बनाए हुए हैं जिनके द्वारा बनाए हुए पानी के घड़े ना केवल उधमपुर शहर में बल्कि राज्य के अन्य शहरों में भी काफी पसंद किए जा रहे हैं और जिनकी मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।

वहीं डॉक्टर भी केवल मटके का पानी ही पीने की व उपयोग की सलाह देते आए हैं जिसके बाद से ही लोगों में मटके के पानी को पीने का चलन काफी जोरों पर है। इन सब पर बात करते हुए कुम्हार और मटका व्यापारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से उनके मटको की मांग काफी बढ़ चुकी है जिससे उनका व्यवसाय अच्छा चल रहा है वहीं इसी विषय पर और जानकारी देते हुए उन्होंने व्यवसाय के बारे में बताया की मटके का पानी के पीने से शरीर के कई तरह के रोग और कष्ट तो दूर होते ही हैं साथ ही साथ अधिकतर लोग जिस ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से से जूझ रहे हैं उनसे भी निजात दिलाता है वही कुदरती तौर पर पानी की शीतलता शरीर के साथ साथ मस्तक के लिए भी अमृत बूटी का कार्य करती है जिससे कई तरह के रोगों से अपने आप को दूर रखा जा सकता है घरों में फ्रिज में जमाई बर्फ और ठंडे पानी के प्रयोग से परहेज करना चाहिए दूसरे देशों से आए लोग हमारी संस्कृति और हमारे इतिहास को अपना रहे हैं चाहे वह योग की बात करें या चाहे प्राकृतिक औषधियों से तैयार की गई वस्तुएं इन दिनों काफी पसंद की जा रही हैं लेकिन हमारे अपने ही देश और राज्य के लोग कहीं ना कहीं अपनी संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं ।

परंतु उन्होंने सरकार से इस व्यवसाय में नाराज़गी शहर की है उनका कहना है कि सरकार की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं की जाती है ना ही किसी प्रकार की सहायता राशि प्रदान की जाती है सरकार द्वारा उन्हें किसी भी प्रकार कोई सब्सिडी नहीं दी जाती है। उनका व्यवसाय व कर्मियों के समय में चलता है। अगर सरकार द्वारा उन्हें सदा प्रदान की जाए तो वे अपने व्यवसाय को और काफी ज्यादा पढ़ा सकते हैं अथवा देश के बनने फोटो में भी ले जा सकते हैं

वाइट तिलक राज


Body:Owing to the natural cooling quality and health benefits,the good old earthen pots are selling like hot cakes in Udhampur with soaring temperature


Conclusion:Owing to the natural cooling quality and health benefits,the good old earthen pots are selling like hot cakes in Udhampur with soaring temperature
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.