ہریانہ کے نوجوانوں کے بعد اب ہریانہ کے بزرگوں نے بھی اپنی طاقت کا ایک نمونہ پیش کیا ہے۔
نوح: 59 برس کے عابد حسین کو ویٹ لفٹنگ میں سلورمیڈل - سلور میڈل
ریاست ہریانہ کے 59 برس کے عابد حسین نے آسٹریلیا میں ویٹ لفٹنگ چیمپئن شپ میں سلور میڈل حاصل کر کے ملک اور ضلع کا نام روشن کیا ہے۔
عابد حسین کو ویٹ لفٹنگ میں سلور میڈل، متعلقہ تصویر
ہریانہ کے نوجوانوں کے بعد اب ہریانہ کے بزرگوں نے بھی اپنی طاقت کا ایک نمونہ پیش کیا ہے۔
Intro:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी ;- 59 वर्षीय अधेड़ उम्र के आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में सिल्वर झटककर क्षेत्र का नाम रोशन किया
नूंह। देश-विदेश में खेलों के अन्दर अपनी धाक जमाने वाले हरियाणा के युवाओं की चर्चा पूरी दुनिया में होती है लेकिन हरियाणा के सबसे पिछड़े जिला नूंह(मेवात) के एक उम्रदराज खिलाड़ी ने विदेशों में मेडल झटककर सूबे व इस पिछड़े जिला का नाम रोशन किया हुआ है। आस्टै्रलिया से मैडल जीतकर अपने वतन घर लौटे आबिद हुसैन का मालाएं व मिठाई खिलाकर जोरदार स्वागत किया गया।
आपको बतादें कि राजकीय प्राईमरी स्कूल नूंह में 59 वर्षीय मुख्य अध्यापक आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में दिनांक 14 से 16 जून तक चल रही कॉनवेल्थ पेसिफिक मास्टर वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से भाग लेते हुए 55-59 उम्र गु्रप में 81 किलो ग्राम भार वर्ग में(कलिन एण्ड जरक) में 155 किलो ग्राम भार उठाकर सिल्वर मेडल प्राप्त करके भारत देश ,हरियाणा प्राप्त व मेवात का नाम रोशन किया हैं। इससे पहले भी वह सन 2018 में मलेशिया में आयोजित हुई एशियाई पेसेफिक मास्टर गेम में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया हैं। जबकि वह इस उम्र में भी अपने गेम के प्रति पूरी लग्न से जुटे हुए हैं। जबकि उन्होंने नूंह सब्जी मंडी में भी एक कोचिंग सेंटर खोलकर युवाओं को निशुल्क कोचिंग देते हैं। वह 1983 से इस खेल से जुड़े हैं जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल ला चुके हैं। उनकी इस कामयाबी से मेवात के लोगों में खुशी है और वह उनकी इस कामयाबी पर एक दूसरे को बधाई देते हुए मूंह मीठा कर रहे हैं।
जेबीटी अध्यापक आबिद हुसैन ने वैसे तो यह कारनामा कोई पहली बार नहीं किया ,लेकिन प्रदेश - देश में हुई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में ही वह मैडल जीत पाया था ,लेकिन विदेश की धरती पर भी उसने मेवात माटी की ताकत को दुनिया के सामने लाने का काम कर दिया है। इसके अलावा उनके छोटे भाई एएसआई जाकिरहुसैन हरियाणा पुलिस भी वेटलिफ्टिंग के अच्छे खिलाडी रहे हैं। मुख्याध्यापक आबिद हुसैन के कई शिष्य भी वेटलिफ्टिंग में विश्व विद्यालय स्तर पर मैडल जीत चुके हैं। आबिदहुसैन ने इस कामयाबी के लिए अपने कोच के अलावा अपने माता - पिता और जिले के डीसी ,शिक्षा अधिकारी को दिया है।
विदेश से मैडल लाने वाले अध्यापक आबिद हुसैन ने स्टेडियम और सुविधाओं के अभाव में खेलों में अपना और नूंह शहर के साथ - साथ इलाके का कई बार नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेवात में 1984 में खेलों के प्रति कई रुझान नहीं था और ना ही कोई सुविधाए थी आज के डिजिटल आधुनिक दौर में भी सुविधाएँ नहीं है यहाँ सुविधाओं की बहुत जरूरत है। आबिद हुसैन की तम्मना है कि अब यहां के युवा को आगे लाना है ताकि मेवात के युवा सोशल मिडिया , नशा के आदतन युवाओं को भविष्य उज्जवल हो सके ,
बाइट ;- आविद हुसैन मैडल विजेता ,इंटरनेशनल खिलाडी।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Body:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी ;- 59 वर्षीय अधेड़ उम्र के आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में सिल्वर झटककर क्षेत्र का नाम रोशन किया
नूंह। देश-विदेश में खेलों के अन्दर अपनी धाक जमाने वाले हरियाणा के युवाओं की चर्चा पूरी दुनिया में होती है लेकिन हरियाणा के सबसे पिछड़े जिला नूंह(मेवात) के एक उम्रदराज खिलाड़ी ने विदेशों में मेडल झटककर सूबे व इस पिछड़े जिला का नाम रोशन किया हुआ है। आस्टै्रलिया से मैडल जीतकर अपने वतन घर लौटे आबिद हुसैन का मालाएं व मिठाई खिलाकर जोरदार स्वागत किया गया।
आपको बतादें कि राजकीय प्राईमरी स्कूल नूंह में 59 वर्षीय मुख्य अध्यापक आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में दिनांक 14 से 16 जून तक चल रही कॉनवेल्थ पेसिफिक मास्टर वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से भाग लेते हुए 55-59 उम्र गु्रप में 81 किलो ग्राम भार वर्ग में(कलिन एण्ड जरक) में 155 किलो ग्राम भार उठाकर सिल्वर मेडल प्राप्त करके भारत देश ,हरियाणा प्राप्त व मेवात का नाम रोशन किया हैं। इससे पहले भी वह सन 2018 में मलेशिया में आयोजित हुई एशियाई पेसेफिक मास्टर गेम में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया हैं। जबकि वह इस उम्र में भी अपने गेम के प्रति पूरी लग्न से जुटे हुए हैं। जबकि उन्होंने नूंह सब्जी मंडी में भी एक कोचिंग सेंटर खोलकर युवाओं को निशुल्क कोचिंग देते हैं। वह 1983 से इस खेल से जुड़े हैं जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल ला चुके हैं। उनकी इस कामयाबी से मेवात के लोगों में खुशी है और वह उनकी इस कामयाबी पर एक दूसरे को बधाई देते हुए मूंह मीठा कर रहे हैं।
जेबीटी अध्यापक आबिद हुसैन ने वैसे तो यह कारनामा कोई पहली बार नहीं किया ,लेकिन प्रदेश - देश में हुई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में ही वह मैडल जीत पाया था ,लेकिन विदेश की धरती पर भी उसने मेवात माटी की ताकत को दुनिया के सामने लाने का काम कर दिया है। इसके अलावा उनके छोटे भाई एएसआई जाकिरहुसैन हरियाणा पुलिस भी वेटलिफ्टिंग के अच्छे खिलाडी रहे हैं। मुख्याध्यापक आबिद हुसैन के कई शिष्य भी वेटलिफ्टिंग में विश्व विद्यालय स्तर पर मैडल जीत चुके हैं। आबिदहुसैन ने इस कामयाबी के लिए अपने कोच के अलावा अपने माता - पिता और जिले के डीसी ,शिक्षा अधिकारी को दिया है।
विदेश से मैडल लाने वाले अध्यापक आबिद हुसैन ने स्टेडियम और सुविधाओं के अभाव में खेलों में अपना और नूंह शहर के साथ - साथ इलाके का कई बार नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेवात में 1984 में खेलों के प्रति कई रुझान नहीं था और ना ही कोई सुविधाए थी आज के डिजिटल आधुनिक दौर में भी सुविधाएँ नहीं है यहाँ सुविधाओं की बहुत जरूरत है। आबिद हुसैन की तम्मना है कि अब यहां के युवा को आगे लाना है ताकि मेवात के युवा सोशल मिडिया , नशा के आदतन युवाओं को भविष्य उज्जवल हो सके ,
बाइट ;- आविद हुसैन मैडल विजेता ,इंटरनेशनल खिलाडी।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी ;- 59 वर्षीय अधेड़ उम्र के आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में सिल्वर झटककर क्षेत्र का नाम रोशन किया
नूंह। देश-विदेश में खेलों के अन्दर अपनी धाक जमाने वाले हरियाणा के युवाओं की चर्चा पूरी दुनिया में होती है लेकिन हरियाणा के सबसे पिछड़े जिला नूंह(मेवात) के एक उम्रदराज खिलाड़ी ने विदेशों में मेडल झटककर सूबे व इस पिछड़े जिला का नाम रोशन किया हुआ है। आस्टै्रलिया से मैडल जीतकर अपने वतन घर लौटे आबिद हुसैन का मालाएं व मिठाई खिलाकर जोरदार स्वागत किया गया।
आपको बतादें कि राजकीय प्राईमरी स्कूल नूंह में 59 वर्षीय मुख्य अध्यापक आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में दिनांक 14 से 16 जून तक चल रही कॉनवेल्थ पेसिफिक मास्टर वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से भाग लेते हुए 55-59 उम्र गु्रप में 81 किलो ग्राम भार वर्ग में(कलिन एण्ड जरक) में 155 किलो ग्राम भार उठाकर सिल्वर मेडल प्राप्त करके भारत देश ,हरियाणा प्राप्त व मेवात का नाम रोशन किया हैं। इससे पहले भी वह सन 2018 में मलेशिया में आयोजित हुई एशियाई पेसेफिक मास्टर गेम में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया हैं। जबकि वह इस उम्र में भी अपने गेम के प्रति पूरी लग्न से जुटे हुए हैं। जबकि उन्होंने नूंह सब्जी मंडी में भी एक कोचिंग सेंटर खोलकर युवाओं को निशुल्क कोचिंग देते हैं। वह 1983 से इस खेल से जुड़े हैं जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल ला चुके हैं। उनकी इस कामयाबी से मेवात के लोगों में खुशी है और वह उनकी इस कामयाबी पर एक दूसरे को बधाई देते हुए मूंह मीठा कर रहे हैं।
जेबीटी अध्यापक आबिद हुसैन ने वैसे तो यह कारनामा कोई पहली बार नहीं किया ,लेकिन प्रदेश - देश में हुई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में ही वह मैडल जीत पाया था ,लेकिन विदेश की धरती पर भी उसने मेवात माटी की ताकत को दुनिया के सामने लाने का काम कर दिया है। इसके अलावा उनके छोटे भाई एएसआई जाकिरहुसैन हरियाणा पुलिस भी वेटलिफ्टिंग के अच्छे खिलाडी रहे हैं। मुख्याध्यापक आबिद हुसैन के कई शिष्य भी वेटलिफ्टिंग में विश्व विद्यालय स्तर पर मैडल जीत चुके हैं। आबिदहुसैन ने इस कामयाबी के लिए अपने कोच के अलावा अपने माता - पिता और जिले के डीसी ,शिक्षा अधिकारी को दिया है।
विदेश से मैडल लाने वाले अध्यापक आबिद हुसैन ने स्टेडियम और सुविधाओं के अभाव में खेलों में अपना और नूंह शहर के साथ - साथ इलाके का कई बार नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेवात में 1984 में खेलों के प्रति कई रुझान नहीं था और ना ही कोई सुविधाए थी आज के डिजिटल आधुनिक दौर में भी सुविधाएँ नहीं है यहाँ सुविधाओं की बहुत जरूरत है। आबिद हुसैन की तम्मना है कि अब यहां के युवा को आगे लाना है ताकि मेवात के युवा सोशल मिडिया , नशा के आदतन युवाओं को भविष्य उज्जवल हो सके ,
बाइट ;- आविद हुसैन मैडल विजेता ,इंटरनेशनल खिलाडी।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
स्टोरी ;- 59 वर्षीय अधेड़ उम्र के आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में सिल्वर झटककर क्षेत्र का नाम रोशन किया
नूंह। देश-विदेश में खेलों के अन्दर अपनी धाक जमाने वाले हरियाणा के युवाओं की चर्चा पूरी दुनिया में होती है लेकिन हरियाणा के सबसे पिछड़े जिला नूंह(मेवात) के एक उम्रदराज खिलाड़ी ने विदेशों में मेडल झटककर सूबे व इस पिछड़े जिला का नाम रोशन किया हुआ है। आस्टै्रलिया से मैडल जीतकर अपने वतन घर लौटे आबिद हुसैन का मालाएं व मिठाई खिलाकर जोरदार स्वागत किया गया।
आपको बतादें कि राजकीय प्राईमरी स्कूल नूंह में 59 वर्षीय मुख्य अध्यापक आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में दिनांक 14 से 16 जून तक चल रही कॉनवेल्थ पेसिफिक मास्टर वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से भाग लेते हुए 55-59 उम्र गु्रप में 81 किलो ग्राम भार वर्ग में(कलिन एण्ड जरक) में 155 किलो ग्राम भार उठाकर सिल्वर मेडल प्राप्त करके भारत देश ,हरियाणा प्राप्त व मेवात का नाम रोशन किया हैं। इससे पहले भी वह सन 2018 में मलेशिया में आयोजित हुई एशियाई पेसेफिक मास्टर गेम में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया हैं। जबकि वह इस उम्र में भी अपने गेम के प्रति पूरी लग्न से जुटे हुए हैं। जबकि उन्होंने नूंह सब्जी मंडी में भी एक कोचिंग सेंटर खोलकर युवाओं को निशुल्क कोचिंग देते हैं। वह 1983 से इस खेल से जुड़े हैं जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल ला चुके हैं। उनकी इस कामयाबी से मेवात के लोगों में खुशी है और वह उनकी इस कामयाबी पर एक दूसरे को बधाई देते हुए मूंह मीठा कर रहे हैं।
जेबीटी अध्यापक आबिद हुसैन ने वैसे तो यह कारनामा कोई पहली बार नहीं किया ,लेकिन प्रदेश - देश में हुई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में ही वह मैडल जीत पाया था ,लेकिन विदेश की धरती पर भी उसने मेवात माटी की ताकत को दुनिया के सामने लाने का काम कर दिया है। इसके अलावा उनके छोटे भाई एएसआई जाकिरहुसैन हरियाणा पुलिस भी वेटलिफ्टिंग के अच्छे खिलाडी रहे हैं। मुख्याध्यापक आबिद हुसैन के कई शिष्य भी वेटलिफ्टिंग में विश्व विद्यालय स्तर पर मैडल जीत चुके हैं। आबिदहुसैन ने इस कामयाबी के लिए अपने कोच के अलावा अपने माता - पिता और जिले के डीसी ,शिक्षा अधिकारी को दिया है।
विदेश से मैडल लाने वाले अध्यापक आबिद हुसैन ने स्टेडियम और सुविधाओं के अभाव में खेलों में अपना और नूंह शहर के साथ - साथ इलाके का कई बार नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेवात में 1984 में खेलों के प्रति कई रुझान नहीं था और ना ही कोई सुविधाए थी आज के डिजिटल आधुनिक दौर में भी सुविधाएँ नहीं है यहाँ सुविधाओं की बहुत जरूरत है। आबिद हुसैन की तम्मना है कि अब यहां के युवा को आगे लाना है ताकि मेवात के युवा सोशल मिडिया , नशा के आदतन युवाओं को भविष्य उज्जवल हो सके ,
बाइट ;- आविद हुसैन मैडल विजेता ,इंटरनेशनल खिलाडी।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Body:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी ;- 59 वर्षीय अधेड़ उम्र के आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में सिल्वर झटककर क्षेत्र का नाम रोशन किया
नूंह। देश-विदेश में खेलों के अन्दर अपनी धाक जमाने वाले हरियाणा के युवाओं की चर्चा पूरी दुनिया में होती है लेकिन हरियाणा के सबसे पिछड़े जिला नूंह(मेवात) के एक उम्रदराज खिलाड़ी ने विदेशों में मेडल झटककर सूबे व इस पिछड़े जिला का नाम रोशन किया हुआ है। आस्टै्रलिया से मैडल जीतकर अपने वतन घर लौटे आबिद हुसैन का मालाएं व मिठाई खिलाकर जोरदार स्वागत किया गया।
आपको बतादें कि राजकीय प्राईमरी स्कूल नूंह में 59 वर्षीय मुख्य अध्यापक आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में दिनांक 14 से 16 जून तक चल रही कॉनवेल्थ पेसिफिक मास्टर वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से भाग लेते हुए 55-59 उम्र गु्रप में 81 किलो ग्राम भार वर्ग में(कलिन एण्ड जरक) में 155 किलो ग्राम भार उठाकर सिल्वर मेडल प्राप्त करके भारत देश ,हरियाणा प्राप्त व मेवात का नाम रोशन किया हैं। इससे पहले भी वह सन 2018 में मलेशिया में आयोजित हुई एशियाई पेसेफिक मास्टर गेम में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया हैं। जबकि वह इस उम्र में भी अपने गेम के प्रति पूरी लग्न से जुटे हुए हैं। जबकि उन्होंने नूंह सब्जी मंडी में भी एक कोचिंग सेंटर खोलकर युवाओं को निशुल्क कोचिंग देते हैं। वह 1983 से इस खेल से जुड़े हैं जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल ला चुके हैं। उनकी इस कामयाबी से मेवात के लोगों में खुशी है और वह उनकी इस कामयाबी पर एक दूसरे को बधाई देते हुए मूंह मीठा कर रहे हैं।
जेबीटी अध्यापक आबिद हुसैन ने वैसे तो यह कारनामा कोई पहली बार नहीं किया ,लेकिन प्रदेश - देश में हुई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में ही वह मैडल जीत पाया था ,लेकिन विदेश की धरती पर भी उसने मेवात माटी की ताकत को दुनिया के सामने लाने का काम कर दिया है। इसके अलावा उनके छोटे भाई एएसआई जाकिरहुसैन हरियाणा पुलिस भी वेटलिफ्टिंग के अच्छे खिलाडी रहे हैं। मुख्याध्यापक आबिद हुसैन के कई शिष्य भी वेटलिफ्टिंग में विश्व विद्यालय स्तर पर मैडल जीत चुके हैं। आबिदहुसैन ने इस कामयाबी के लिए अपने कोच के अलावा अपने माता - पिता और जिले के डीसी ,शिक्षा अधिकारी को दिया है।
विदेश से मैडल लाने वाले अध्यापक आबिद हुसैन ने स्टेडियम और सुविधाओं के अभाव में खेलों में अपना और नूंह शहर के साथ - साथ इलाके का कई बार नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेवात में 1984 में खेलों के प्रति कई रुझान नहीं था और ना ही कोई सुविधाए थी आज के डिजिटल आधुनिक दौर में भी सुविधाएँ नहीं है यहाँ सुविधाओं की बहुत जरूरत है। आबिद हुसैन की तम्मना है कि अब यहां के युवा को आगे लाना है ताकि मेवात के युवा सोशल मिडिया , नशा के आदतन युवाओं को भविष्य उज्जवल हो सके ,
बाइट ;- आविद हुसैन मैडल विजेता ,इंटरनेशनल खिलाडी।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी ;- 59 वर्षीय अधेड़ उम्र के आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में सिल्वर झटककर क्षेत्र का नाम रोशन किया
नूंह। देश-विदेश में खेलों के अन्दर अपनी धाक जमाने वाले हरियाणा के युवाओं की चर्चा पूरी दुनिया में होती है लेकिन हरियाणा के सबसे पिछड़े जिला नूंह(मेवात) के एक उम्रदराज खिलाड़ी ने विदेशों में मेडल झटककर सूबे व इस पिछड़े जिला का नाम रोशन किया हुआ है। आस्टै्रलिया से मैडल जीतकर अपने वतन घर लौटे आबिद हुसैन का मालाएं व मिठाई खिलाकर जोरदार स्वागत किया गया।
आपको बतादें कि राजकीय प्राईमरी स्कूल नूंह में 59 वर्षीय मुख्य अध्यापक आबिद हुसैन ने आस्टै्रलिया में दिनांक 14 से 16 जून तक चल रही कॉनवेल्थ पेसिफिक मास्टर वेट लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भारत की तरफ से भाग लेते हुए 55-59 उम्र गु्रप में 81 किलो ग्राम भार वर्ग में(कलिन एण्ड जरक) में 155 किलो ग्राम भार उठाकर सिल्वर मेडल प्राप्त करके भारत देश ,हरियाणा प्राप्त व मेवात का नाम रोशन किया हैं। इससे पहले भी वह सन 2018 में मलेशिया में आयोजित हुई एशियाई पेसेफिक मास्टर गेम में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया हैं। जबकि वह इस उम्र में भी अपने गेम के प्रति पूरी लग्न से जुटे हुए हैं। जबकि उन्होंने नूंह सब्जी मंडी में भी एक कोचिंग सेंटर खोलकर युवाओं को निशुल्क कोचिंग देते हैं। वह 1983 से इस खेल से जुड़े हैं जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल ला चुके हैं। उनकी इस कामयाबी से मेवात के लोगों में खुशी है और वह उनकी इस कामयाबी पर एक दूसरे को बधाई देते हुए मूंह मीठा कर रहे हैं।
जेबीटी अध्यापक आबिद हुसैन ने वैसे तो यह कारनामा कोई पहली बार नहीं किया ,लेकिन प्रदेश - देश में हुई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में ही वह मैडल जीत पाया था ,लेकिन विदेश की धरती पर भी उसने मेवात माटी की ताकत को दुनिया के सामने लाने का काम कर दिया है। इसके अलावा उनके छोटे भाई एएसआई जाकिरहुसैन हरियाणा पुलिस भी वेटलिफ्टिंग के अच्छे खिलाडी रहे हैं। मुख्याध्यापक आबिद हुसैन के कई शिष्य भी वेटलिफ्टिंग में विश्व विद्यालय स्तर पर मैडल जीत चुके हैं। आबिदहुसैन ने इस कामयाबी के लिए अपने कोच के अलावा अपने माता - पिता और जिले के डीसी ,शिक्षा अधिकारी को दिया है।
विदेश से मैडल लाने वाले अध्यापक आबिद हुसैन ने स्टेडियम और सुविधाओं के अभाव में खेलों में अपना और नूंह शहर के साथ - साथ इलाके का कई बार नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मेवात में 1984 में खेलों के प्रति कई रुझान नहीं था और ना ही कोई सुविधाए थी आज के डिजिटल आधुनिक दौर में भी सुविधाएँ नहीं है यहाँ सुविधाओं की बहुत जरूरत है। आबिद हुसैन की तम्मना है कि अब यहां के युवा को आगे लाना है ताकि मेवात के युवा सोशल मिडिया , नशा के आदतन युवाओं को भविष्य उज्जवल हो सके ,
बाइट ;- आविद हुसैन मैडल विजेता ,इंटरनेशनल खिलाडी।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।