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سی اے اے کے حمایتی مظاہرہ کے دوران پتھراؤ، حالات کشیدہ

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Published : Jan 24, 2020, 9:01 AM IST

Updated : Feb 18, 2020, 5:08 AM IST

پتھراؤ کے بعد شرپسندوں نے آتش زنی کی اور گاڑیوں میں توڑ پھوڑ کی۔ صورتحال کو بے قابو دیکھ کر ضلعی انتظامیہ نے پورے شہر میں کرفیو نافذ کردیا ہے۔

Curfew imposed after controversy in CAA support rally in Lohardaga
لوہاردگا : سی اے اے حمایتی مظاہرہ کے دوران پتھراؤ

ریاست جھارکھنڈ کے ضلع لوہاردگا میں گذشتہ روز سی اے اے حمایتی جلوس کے دوران پھتراؤ کی وجہ سے دو گروپ آمنے سامنے ہوگئے ہیں۔

لوہاردگا : سی اے اے حمایتی مظاہرہ کے دوران پتھراؤ

اس کے بعد شرپسندوں نے آتش زنی کی اور گاڑیوں میں توڑ پھوڑ کی۔ صورتحال کو بے قابو دیکھ کر ضلعی انتظامیہ نے پورے شہر میں کرفیو نافذ کردیا ہے۔ اس تصادم میں 53 افراد شدید زخمی ہوئے جن کا علاج چل رہا ہے۔

سی اے اے کی حمایت ریلی کے دوران پیدا ہونے والے تنازعہ میں 14 گاڑیوں کی توڑ پھوڑ کی گئی۔اس کے علاوہ 8 گاڑیوں کو بھی نذر آتش کیا گیا۔

لوہاردگا شہری علاقے اور مضافاتی علاقوں میں 3 درجن سے زائد دکانوں میں لوٹ مار اور آتشزنی کے واقعات ہوئے ہیں۔ اس کے علاوہ بھی بہت سی دکانوں میں تخریب کاری کا واقعہ پیش آیا ہے۔ صورتحال اتنی خراب ہوگئی کہ ساؤتھ چوٹنگ پور ڈویژن کے کمشنر ونود کمار، ایس پی پریادشی الوک پر بھی پھتراؤ کیاگیا۔ اگرچہ دونوں افسر محفوظ ہیں۔
احتیاطی تدابیر کے طور پر ضلعی انتظامیہ نے لوہاردگا میں کرفیو نافذ کردیا ہے۔

اس کے باوجود، متعدد واقعات تسلسل کے ساتھ سامنے آرہے ہیں۔

شہری علاقے میں نیو روڈ، مشن چوک، پاور گنج چوک، باراتوولی چوک، بلاک موڈ ، پتراتولی ٹولی چوک سمیت دیگر مقامات پر متعدد دکانوں میں آتش زنی اور توڑ پھوڑ کے واقعات ہوئے ہیں۔

ان واقعات میں دو گروہوں کے بیشتر افراد متاثر ہوئے ہیں۔

اس طرح کا واقعہ ضلع لوہاردگا میں 28 برس بعد پیش آیا ہے۔ 1992 میں بابری مسجد انہدام کے واقعے کے بعد ملک میں ہونے والے فسادات، اس کے بعد رواں برس 2020 میں بھی لوہاردگا میں ہونے والے واقعے نے پوری قوم کو ہلا کر رکھ دیا ہے ۔
لوہاردگا میں آتشزنی ، توڑ پھوڑ اور لوٹ مار کے واقعات کی وجہ سے کروڑوں روپے کا نقصان ہوا ہے۔

بہت سے خاندانوں نے اس سے بہت زیادہ نقصان اٹھایا ہے۔

پولیس انتظامیہ نے پورے شہری علاقوں کو چھاؤنی میں تبدیل کردیا ہے۔ لوگوں کو گھر پر رہنے کی ہدایت کی گئی ہے۔ اس کے علاوہ آٹھویں جماعت بورڈ کا امتحان بھی ملتوی کردیا گیا ہے۔

ریاست جھارکھنڈ کے ضلع لوہاردگا میں گذشتہ روز سی اے اے حمایتی جلوس کے دوران پھتراؤ کی وجہ سے دو گروپ آمنے سامنے ہوگئے ہیں۔

لوہاردگا : سی اے اے حمایتی مظاہرہ کے دوران پتھراؤ

اس کے بعد شرپسندوں نے آتش زنی کی اور گاڑیوں میں توڑ پھوڑ کی۔ صورتحال کو بے قابو دیکھ کر ضلعی انتظامیہ نے پورے شہر میں کرفیو نافذ کردیا ہے۔ اس تصادم میں 53 افراد شدید زخمی ہوئے جن کا علاج چل رہا ہے۔

سی اے اے کی حمایت ریلی کے دوران پیدا ہونے والے تنازعہ میں 14 گاڑیوں کی توڑ پھوڑ کی گئی۔اس کے علاوہ 8 گاڑیوں کو بھی نذر آتش کیا گیا۔

لوہاردگا شہری علاقے اور مضافاتی علاقوں میں 3 درجن سے زائد دکانوں میں لوٹ مار اور آتشزنی کے واقعات ہوئے ہیں۔ اس کے علاوہ بھی بہت سی دکانوں میں تخریب کاری کا واقعہ پیش آیا ہے۔ صورتحال اتنی خراب ہوگئی کہ ساؤتھ چوٹنگ پور ڈویژن کے کمشنر ونود کمار، ایس پی پریادشی الوک پر بھی پھتراؤ کیاگیا۔ اگرچہ دونوں افسر محفوظ ہیں۔
احتیاطی تدابیر کے طور پر ضلعی انتظامیہ نے لوہاردگا میں کرفیو نافذ کردیا ہے۔

اس کے باوجود، متعدد واقعات تسلسل کے ساتھ سامنے آرہے ہیں۔

شہری علاقے میں نیو روڈ، مشن چوک، پاور گنج چوک، باراتوولی چوک، بلاک موڈ ، پتراتولی ٹولی چوک سمیت دیگر مقامات پر متعدد دکانوں میں آتش زنی اور توڑ پھوڑ کے واقعات ہوئے ہیں۔

ان واقعات میں دو گروہوں کے بیشتر افراد متاثر ہوئے ہیں۔

اس طرح کا واقعہ ضلع لوہاردگا میں 28 برس بعد پیش آیا ہے۔ 1992 میں بابری مسجد انہدام کے واقعے کے بعد ملک میں ہونے والے فسادات، اس کے بعد رواں برس 2020 میں بھی لوہاردگا میں ہونے والے واقعے نے پوری قوم کو ہلا کر رکھ دیا ہے ۔
لوہاردگا میں آتشزنی ، توڑ پھوڑ اور لوٹ مار کے واقعات کی وجہ سے کروڑوں روپے کا نقصان ہوا ہے۔

بہت سے خاندانوں نے اس سے بہت زیادہ نقصان اٹھایا ہے۔

پولیس انتظامیہ نے پورے شہری علاقوں کو چھاؤنی میں تبدیل کردیا ہے۔ لوگوں کو گھر پر رہنے کی ہدایت کی گئی ہے۔ اس کے علاوہ آٹھویں جماعت بورڈ کا امتحان بھی ملتوی کردیا گیا ہے۔

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स्टोरी-देखते ही देखते जलने लगा लोहरदगा, 28 साल के बाद ऐसा तांडव
एंकर- लोहरदगा देखते ही देखते ही जल उठा. नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन जुलूस के नाम पर जो रैली निकाली गई थी. उसके बाद उस रैली को निशाना बनाकर पथराव, आगजनी, तोड़फोड़ और साफ शब्दों में कहें तो गुंडागर्दी की जो घटनाएं देखने को मिली, उसकी वजह से लोहरदगा शहर पूरी तरह से जल उठा. देखते ही देखते लोहरदगा शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में यह आग फैल चुकी है. लोहरदगा जिले में जो प्रारंभिक आंकड़े सामने आए हैं, उसमें यह स्पष्ट हुआ है कि 53 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. 6 लोगों को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है.

इंट्रो- लोहरदगा में 14 वाहनों में तोड़फोड़ की घटना हुई है. साथ ही 8 वाहनों को फूंक डाला गया है. लोहरदगा शहरी क्षेत्र और उपनगरीय क्षेत्रों में 3 दर्जन से ज्यादा दुकानों में लूटपाट और आगजनी की घटना हुई है. इसके अलावा कई दुकानों में तोड़फोड़ की घटना को भी अंजाम दिया गया है. हालात इतने बदतर हो गए हैं कि यहां दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त विनोद कुमार, एसपी प्रियदर्शी आलोक पर भी पथराव की घटना हुई है. हालांकि दोनों ही अधिकारी सुरक्षित हैं. लोहरदगा में उपद्रवियों ने जो तांडव मचाया, उसकी वजह से करोड़ों का नुकसान हुआ है. जिला प्रशासन ने एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया है. इसके बावजूद लगातार कई घटनाएं सामने आ रही है. शहरी क्षेत्र के न्यू रोड, मिशन चौक, पावरगंज चौक, बरवाटोली चौक, ब्लॉक मोड, पतराटोली टोली चौक सहित अन्य स्थानों में कई दुकानों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया गया है. इन घटनाओं में ज्यादातर दोनों ही समुदाय के लोग प्रभावित हुए हैं. लोहरदगा जिले में 28 साल के बाद इस तरह की घटना हुई है. वर्ष 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना के बाद देशभर में जो दंगे हुए थे, उसके बाद साल 2020 में लोहरदगा में इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. जिस तरह से खुलेआम तांडव मचाने का काम किया गया, उससे एक बात तो तय है कि इस घटना को अंजाम देने के लिए निश्चित रूप से साजिश हुई है.


Body:लोहरदगा में 14 वाहनों में तोड़फोड़ की घटना हुई है. साथ ही 8 वाहनों को फूंक डाला गया है. लोहरदगा शहरी क्षेत्र और उपनगरीय क्षेत्रों में 3 दर्जन से ज्यादा दुकानों में लूटपाट और आगजनी की घटना हुई है. इसके अलावा कई दुकानों में तोड़फोड़ की घटना को भी अंजाम दिया गया है. हालात इतने बदतर हो गए हैं कि यहां दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त विनोद कुमार, एसपी प्रियदर्शी आलोक पर भी पथराव की घटना हुई है. हालांकि दोनों ही अधिकारी सुरक्षित हैं. लोहरदगा में उपद्रवियों ने जो तांडव मचाया, उसकी वजह से करोड़ों का नुकसान हुआ है. जिला प्रशासन ने एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया है. इसके बावजूद लगातार कई घटनाएं सामने आ रही है. शहरी क्षेत्र के न्यू रोड, मिशन चौक, पावरगंज चौक, बरवाटोली चौक, ब्लॉक मोड, पतराटोली टोली चौक सहित अन्य स्थानों में कई दुकानों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया गया है. इन घटनाओं में ज्यादातर दोनों ही समुदाय के लोग प्रभावित हुए हैं. लोहरदगा जिले में 28 साल के बाद इस तरह की घटना हुई है. वर्ष 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना के बाद देशभर में जो दंगे हुए थे, उसके बाद साल 2020 में लोहरदगा में इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. जिस तरह से खुलेआम तांडव मचाने का काम किया गया, उससे एक बात तो तय है कि इस घटना को अंजाम देने के लिए निश्चित रूप से साजिश हुई है.


Conclusion:लोहरदगा जिला 28 साल के बाद इस तरह के उपद्रवी तांडव का शिकार बना है. लोहरदगा में आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट की पाट की घटनाओं की वजह से करोड़ों का नुकसान हुआ है. कई परिवारों को इससे काफी ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा है. लोग जहां-तहां भागकर शरण लेने को विवश हो गए हैं. पुलिस प्रशासन ने पूरे शहरी क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया है. लोगों को घर में ही रहने की हिदायत दी गई है. आठवीं बोर्ड की परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया है.
Last Updated : Feb 18, 2020, 5:08 AM IST
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