ETV Bharat / bharat

ଇ-ରିକ୍ସାର 20ହଜାର ଚାଲାଣ କାଟିଲା ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ

ଭୁଲ ରାସ୍ତାରେ ଇ-ରିକ୍ସା ଚଳାଇବା ପଡିଲା ମହଙ୍ଗା । ନୂଆ ନିୟମ ଅନୁସାରେ ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ ଏହି ଭୁଲ ପାଇଁ କାଟିଦେଲା 20ହଜାର 300 ଟଙ୍କାର ଚାଲାଣ। ଏପରି ଘଟଣା ଦେଖିବାକୁ ମିଳିଛି ନୂଆଦିଲ୍ଲୀର ସୀଲମପୁର ଅଞ୍ଚଳରେ।

ଡିଜାଇନ ଫଟୋ
author img

By

Published : Sep 20, 2019, 1:43 PM IST

ନୂଆଦିଲ୍ଲୀ: ଭୁଲ ରାସ୍ତାରେ ଇ-ରିକ୍ସା ଚଳାଇବା ପଡିଲା ମହଙ୍ଗା । ନୂଆ ନିୟମ ଅନୁସାରେ ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ କାଟିଦେଲା 20ହଜାର 300 ଟଙ୍କାର ଚାଲାଣ । ଏପରି ଘଟଣା ଦେଖିବାକୁ ମିଳିଛି ନୂଆଦିଲ୍ଲୀର ସୀଲମପୁର ଅଞ୍ଚଳରେ।

ଉମର ଫାରୁକ୍‌ ନାମକ ଏହି ଗାଡି ଚାଳକ ଜଣଙ୍କ ଭୁଲ୍‌ ରାସ୍ତାରେ ଗାଡି ଚଳାଇବାରୁ ତାଙ୍କର 20,300 ଟଙ୍କାର ଚାଲାଣ କାଟିଦେଇଛି ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ । ଏହା ସହିତ ତାଙ୍କ ଲାଇସେନ୍ସକୁ ମଧ୍ୟ ଛଡାଇ ନେଇଛନ୍ତି ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ।

ଭିଡିଓ ସୌଜନ୍ୟ: ଇଟିଭି ବ୍ୟୁରୋ

ଇ-ରିକ୍ସା(ବ୍ୟାଟେରୀ ଅଟୋ) ଚଲାଇ ଦିନକୁ କିଛି ରୋଜଗାର କରି ପରିବାର ପ୍ରତିପୋଷଣ କରୁଥିବା ଚାଳକ ଜଣଙ୍କ ଏକକାଳୀନ ଏତେ ପଇସା କେଉଁଠୁ ଆଣିବ ତାକୁ ନେଇ ଚିନ୍ତାରେ ପଡିଯାଇଛନ୍ତି। ତେବେ ଅନ୍ୟର ଗାଡି ଚଳାଇ ବଞ୍ଚୁଥିବା ଉମର କିଛି ଦିନ ହେବ କିସ୍ତିରେ ନିଜର ଗାଡି ଖଣ୍ଡିଏ କିଣିଥିଲେ। ମାସକୁ ମାସ କିସ୍ତି ଦେଉଥିବା ବେଳେ ମୋଟା ଅଙ୍କର ଚାଲାଣ ତାଙ୍କ ପାଇଁ ବୋଝ ଉପରେ ନଳିତା ବିଡା ସଦୃଶ ହୋଇପଡିଛି।

ନୂଆଦିଲ୍ଲୀ: ଭୁଲ ରାସ୍ତାରେ ଇ-ରିକ୍ସା ଚଳାଇବା ପଡିଲା ମହଙ୍ଗା । ନୂଆ ନିୟମ ଅନୁସାରେ ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ କାଟିଦେଲା 20ହଜାର 300 ଟଙ୍କାର ଚାଲାଣ । ଏପରି ଘଟଣା ଦେଖିବାକୁ ମିଳିଛି ନୂଆଦିଲ୍ଲୀର ସୀଲମପୁର ଅଞ୍ଚଳରେ।

ଉମର ଫାରୁକ୍‌ ନାମକ ଏହି ଗାଡି ଚାଳକ ଜଣଙ୍କ ଭୁଲ୍‌ ରାସ୍ତାରେ ଗାଡି ଚଳାଇବାରୁ ତାଙ୍କର 20,300 ଟଙ୍କାର ଚାଲାଣ କାଟିଦେଇଛି ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ । ଏହା ସହିତ ତାଙ୍କ ଲାଇସେନ୍ସକୁ ମଧ୍ୟ ଛଡାଇ ନେଇଛନ୍ତି ଟ୍ରାଫିକ୍‌ ପୋଲିସ।

ଭିଡିଓ ସୌଜନ୍ୟ: ଇଟିଭି ବ୍ୟୁରୋ

ଇ-ରିକ୍ସା(ବ୍ୟାଟେରୀ ଅଟୋ) ଚଲାଇ ଦିନକୁ କିଛି ରୋଜଗାର କରି ପରିବାର ପ୍ରତିପୋଷଣ କରୁଥିବା ଚାଳକ ଜଣଙ୍କ ଏକକାଳୀନ ଏତେ ପଇସା କେଉଁଠୁ ଆଣିବ ତାକୁ ନେଇ ଚିନ୍ତାରେ ପଡିଯାଇଛନ୍ତି। ତେବେ ଅନ୍ୟର ଗାଡି ଚଳାଇ ବଞ୍ଚୁଥିବା ଉମର କିଛି ଦିନ ହେବ କିସ୍ତିରେ ନିଜର ଗାଡି ଖଣ୍ଡିଏ କିଣିଥିଲେ। ମାସକୁ ମାସ କିସ୍ତି ଦେଉଥିବା ବେଳେ ମୋଟା ଅଙ୍କର ଚାଲାଣ ତାଙ୍କ ପାଇଁ ବୋଝ ଉପରେ ନଳିତା ବିଡା ସଦୃଶ ହୋଇପଡିଛି।

Intro:उत्तर पूर्वी जिले के सीलमपुर इलाके में में एक ई रिक्शा चालक को गलत दिशा में अपने रक्षा मोड़ना उसमें भारी पड़ गया जब वहां खड़े ट्रैफिक पुलिस वालों ने उसका बीस हजार, तीन सौ का चालान काटकर हाथ में थमा दिया, फिलहाल इतना भारी भरकम चालान काटने से हैरान और परेशान ई रिक्शा ड्राइवर न्याय के लिए भटक रहा है.


Body:राजधानी में नए ट्रैफिक रूल से ऐसा नहीं है कि बड़ी गाड़ियों और मोटर साइकिल वालों को ही नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना अदा करना पड़ रहा हो,बैट्री रिक्शा वालों को भी मामूली सी चूक पर बड़ा चालान भुगतना पड़ रहा है. सीलमपुर इलाके में ई रिक्शा चालक उमर फारूक को खाली रिक्शा गलत दिशा में मोड़ना उस समय महंगा पड़ गया जब ट्रैफिक पुलिस ने उसके ई रिक्शा का न केवल बीस हजार तीन सौ का चालान काट दिया बल्कि उसका लाइसेंस भी छीनकर अपने पास रख लिया.पीड़ित ई रिक्शा चालक के सामने रोटी के भी लाले पड़ गए हैं, और वह इंसाफ गुहार लगाने को दर दर की ठोंकरे खाने को मजबूर हो रहा है.
जानकारी के मुताबिक उमर फारुख अपने परिवार के साथ सीलमपुर इलाके में रहता है और ई रिक्शा चलाकर परिवार का लालन पालन करता है, रोज रोज कराए का रिक्शा चलाने से परेशान फारुख ने किश्तों पर अपना ई रिक्शा निकलवा लिया. अभी उसे यह रिक्शा चलाते हुए कुछ समय ही बीता है, काम ज्यादा नहीं होने के चलते वह क़िस्त के पैसे भी नहीं भर पा रहा था तो उसने ब्याज पर कुछ पैसा लेकर किस्त भर दी. अभी वह इस झंझट से निकला भी नहीं था कि पिछले दिनों सीलमपुर लाल बत्ती पर उसे ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने पकड़ लिया, उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि सवारी नहीं होने के कारण उसने सवारी मिलने की आस में अपना खाली रिक्शा उल्टी दिशा में मोड़ लिया था. बस रिक्शा गलत दिशा में मोड़ते ही उसे ट्रैफिक पुलिस ने पकड़ लिया और काफी मिन्नत करने के बाद भी उसे नहीं छोड़ा और उसके ई रिक्शा का बीस हजार तीन सौ का चालान काट दिया,इतना ही नहीं उमर फारुख का आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने उसका लाइसेंस भी छीनकर अपने पास रख लिया, और जब फारुख ने लाइसेंस मांगा तो उससे कहा कि चालान भरने के बाद रसीद दिखाकर लाइसेंस के जाना. इतना भारी जुर्माने का चालान काटने के बाद से फारुख सदमे में है, उसे समंझ नही आ रहा है कि वह आखिर जुर्माने की यह रकम कहा से भरेगा, और फिर गाड़ी की क़िस्त जमा करने के बाद अपने परिवार को क्या खिलायेगा.
परेशान उमर फारुख तब से आजतक न न्याय की आस लगाए दर दर की ठोंकरे खा रहा है, उसे जो जैसा बता देता है वह उसे करने लगता है. अपने चालान की रकम कुछ कम होने की आस लगाए वह कभी नेताओं के तो कभी कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रहा है. उसने ट्रैफिक वालों से भी बहुत फरियाद लगाई, अपने छोटे छोटे बच्चों का भी हवाला दिया,लेकिन सब बेकार रहा.


Conclusion:कहने को ई रिक्शा बैटरी चलित सवारी है और उसकी स्पीड भी निर्धारित होती है वह तेज नहीं भाग सकते, ऐसे में कहीं न कहीं ई रिक्शा के चालान में भी जुर्माने की राशि में दूसरे वाहनों की अपेक्षा कमी होनी चाहिए थी, लेकिन ई रिक्शा ड्राइवरों को भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर भारी भरकम जुर्माने की राशि भरनी पड़ रही है,कहीं न कहीं ऐसी स्थिति में गरीब ई रिक्शा ड्राइवरों के सामने जीकन यापन का संकट पैदा हो रहा है.


बाईट
उमर फारुख
ई रिक्शा ड्राइवर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.