मुंबई - भारताला 15 ऑगस्ट 1947 साली स्वातंत्र्य मिळाले नव्हते, ती भीक होती. देशाला खरे स्वातंत्र्य 2014 मध्ये मिळाले', अशी मुक्ताफळे अभिनेत्री कंगणा रनौतने एका कार्यक्रमात उधळली आहेत. कंगणाच्या या वक्तव्यानंतर देशभरातून तिचा निषेध करण्यात येत आहे. कंगणाला मिळालेले पुरस्कार परत घ्यावेत अशी देखील मागणी होताना दिसत आहे. भाजपा नेते वरूण गांधी यांनी देखील कंगणावर टीका केली आहे. कंगनाने केलेल्या वक्तव्याचा व्हिडीओ शेअर करत तिच्यावर टीकास्त्र सोडलं आहे.
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कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
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— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Zकभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z