भारतात 'या' ठिकाणी आहे प्रेषित मोहम्मद यांच्या पावलाने विरघळलेला दगड - UP Desk
मुस्लिम धर्मियांचे प्रेषित असणाऱ्या हजरत मोहम्मद सल्ललाह अलैह व सल्लम यांच्या पावलाने विरघळलेला दगड बारा (ता. अकबरपूर, जि. कानपूर देहात, उत्तर प्रदेश) या ठिकाणी आहे
![भारतात 'या' ठिकाणी आहे प्रेषित मोहम्मद यांच्या पावलाने विरघळलेला दगड](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3836936-thumbnail-3x2-up.jpg?imwidth=3840)
लखनऊ - मुस्लिम धर्मियांचे प्रेषित असणाऱ्या हजरत मोहम्मद सल्ललाह अलैह व सल्लम यांच्या पावलाने विरघळलेला दगड बारा (ता. अकबरपूर, जि. कानपूर देहात, उत्तर प्रदेश) या ठिकाणी आहे. या ठिकाणी गावकऱ्यांनी या ठिकाणी त्याची दर्गाह बांधली असून या ठिकाणाला गावकरी श्रद्धास्थान मानतात.
येथील गावकऱ्यांच्या मते, प्रेषित मोहम्मद हे जेव्हा कोणा दगडावर पाय ठेवत तेव्हा तो दगड मेणाप्रमाणे वितळत असे. तर ज्यावेळी ते वाळवरून चालत असत त्यावेळी त्यांच्या पाउलखूणाही त्याठिकाणी उमटत नसे. यावेळी गावकऱ्यांनी सांगितले की, २००१ साली एक गॅसच्या टँकरने स्फोट घेतला होता. यावेळी हिंदू-मुस्लिम बांधवांना असे दिसले की, दोन वृद्ध घोड्यावरून येवून तो टँकर हवेत उडवला. यामुळे स्फोटात टँकरचा चक्काचूर झाला. त्याचे अवशेष गावात सर्वत्र पसरले. परंतु कोणतिही जीवित किंवा वित्त हानी झाली नाही. या प्रकरणाची चौकशी करणाऱ्या पथकाच्या मते या स्फोटानंतर सुमार ५ कि.मी.च्या परिसरात मोठी जीवित आणि वित्त हानी होण्याची शक्यता होती. पण, तसे काहीच झाले नाही.
यामुळे गावकऱ्यांची अशी श्रद्धा आहे की, या ठिकाणी प्रेषित मोहम्मद यांचे पाउल पडले होते. यामुळे या गावात कोणतीही आपत्ती येऊ शकत नाही. येथील सर्वधर्मीय लोकांना मोठी श्रद्धा आहे. या ठिकाणी प्रेषितांच्या या पाउलखुणा जपून ठेवल्या असून त्यासाठी दर्गाह केली आहे
नोट- E tv bharat एब व L U - smart से up-cnd-mohmmad sahab-2019-visual+wt+bite-7205968 नाम की 1 फाइल भेजी जा चुकी है
एंकर-पड़ते है कदम उनके.. तो पथ्थर भी पिघल जाते है...अल्फाजों को बयां कर पाना..मेरे शब्द लड़खड़ाते है..कारनामे है उनके इतने हम बात कर रहे है हजरत मोहम्मद साहब सल्लैह ताला अलैहे वसल्लम पैगम्बर मोहम्मद साहब की जिनके कदम नाशिर हुए कानपुर देहात के अकबरपुर स्थित NH2 बारा गांव में जो आज भी कई पीढियां गुजर जाने के बाद जिस पथ्थर पड़े उनके कदम वो पिघला हुआ पथ्थर पर उनके कदमो के निशान मौजूद है....हर बला हर कष्ट रहते है इस गांव से दूर क्योंकि मोहम्मद साहब के कर्मो से होते है यहा बड़े बड़े चमत्कार.....देखे etv भारत पर स्पेशल रिपोर्ट....
Body:वी0ओ0-कानपुर देहात में आज भी कई पीढियां गुजर जाने के बाद जहा पड़े थे मोहम्मद साहब के कदम वो पथ्थर पिघल गया था वो आज भी बारा गांव में मौजूद है जिसको लेकर हजरते बुजगो की दरगाह बनी हुई है और यहा काफी मन्नतो वाली दरगाह मानी जाती है इस दरगाह का नाम बारा तकिया की बड़ी दरगाह के नाम से जाना जाता है कहते है कि हर इबादत इख़्तियार होती है जो भी मांगी जाए दिल से यहाँ हर मुराद पूरी होती है मोहम्मद साहब के कदमो के निशान वाला पथ्थर और यहा की खाशियत को लेकर यहा पर दूर दराज के लोग अपनी मुरादे लेकर आते है और अपनी खाली झोली को महम्मद साहेब की रहमो करम से भरकर जाते है......
Conclusion:वी0ओ0-तो वही पर जब etv भारत की टीम ने यहा के गद्दी नाशिर मोहम्मद हाशिब रजा कादरी से बात की तो उन्होंने बताया कि मोहम्मद साहब सल्लैह ताला अलैहे वसल्लम पैगम्बर मोहम्मद साहब यहा जब रहते थे तो उनके कदम एक पथ्थर पर पड़े वो पथ्थर वैसे ही पिघल गया और उस पर आज भी उनके कदमो के निशान मौजूद है और उन्होने बताया कि 2001 में यहाँ गैस टेंकर ब्लास्ट हुआ था लेकिन जो जांच करने टीम आई थी उनका कहना था कि इतना बड़ा ब्लास्ट जिसके चलते 5 किलोमीटर तक कुछ नही बचना चाहिए था लेकिन मोहम्मद साहब की देन से यहा कुछ नही हुआ और हिन्दू मुस्लिम भाइयो ने देखा कि एक घोड़े पर सवार मोहम्मद साहब ने उस टैंकर को अपने बाजुओं पर उठाकर हाव की और रुख कर दिया जिसके टुकड़े भले ही गांव के अंदर गिरे हो लेकिन इतने बड़े ब्लास्ट के बाद भी गांव में होई हताहत नही हुई जिसको लेकर यहा के लोग मोहम्मद साहब का सबसे बड़ा करिश्मा माना जाता है और मोहम्मद साहब के नक्से पाए हुजूर की हर जो जियारत की जाती है.....
वाईट- मोहम्मद हाशिब रजा कादरी (गद्दी नाशिर बड़ी तकिया मजार)
mob-9616567545
Date- 13-7-2019
Center - Kanpur dehat
Reporter - Himanshu sharma