उत्तरकाशी में 'मौत का सफर', उफनती नदी पार करने को मजबूर ग्रामीण
उत्तरकाशी: 2021 की मॉनसून की बरसात ने आपदाओं के साथ ही कई पुराने जख्मों को भी हरा कर दिया है. ऐसी ही तस्वीरें 2016 के आपदा में प्रभावित हुए सीमान्त बंगाण क्षेत्र से सामने आई हैं. दुचाणु और किराणु गांव के लोग आज भी उफनते नाले को पैदल ही पार करने को मजबूर हैं. गदेरे का बढ़ता जलस्तर कभी भी ग्रामीणों की जिंदगी लील सकता है, मगर शायद ये ही ही इन ग्रामीणों की नियति बन गई है, जिसके कारण ये जान हथेली पर रखक ये नाला पार करने को मजबूर हैं. 2019 की आपदा में बंगाण क्षेत्र के दुचानु और किराणु सहित मलाना, ऐराला, भटाडीस, शीलोली आदि को जोड़ने वाला मोटर पुल बह गया था. जिसके बाद से आजतक यहां पुल नहीं बन पाया है.