देहरादून: भारत-चीनी सैनिकों के बीच गलवान में हुई मुठभेड़ के बाद चीन के खिलाफ लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था. इसका सबसे ज्यादा असर भारत-चीन के बीच होने वाले व्यापारिक संबंधों पर पड़ा. चीनी सामान के बहिष्कार को लेकर लोगों के साथ ही राज्य सरकारों ने भी प्रतिबद्धता दिखाई. उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने भी कैबिनेट में राज्यों की कंपनियों को टेंडर प्रक्रिया में चीनी कंपनियों से दूरी बनाये रखने के आदेश दिये. मगर अब महाकुंभ में एमआरआई मशीन खरीद मामले को लेकर ये मामला दोबारा चर्चा में है. दरअसल, उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने एक ऐसी कंपनी को एमआरआई मशीन खरीदने के लिए टेंडर दिया है जो मशीनों के पार्ट्स चीन से ही खरीदती है.