असली तस्वीर! इन परिवारों तक नहीं पहुंच पाई 'सरकार', घास-फूस की झोपड़ी में रहने को मजबूर
आजादी के सात दशक और राज्य गठन के 20 साल बाद भी ग्रामीण इलाकों में सरकारी योजनाएं नहीं पहुंच पाई हैं. इसकी एक बानगी जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर के नराया गांव में देखने को मिली है. जहां पर कई परिवार पक्का आशियाना न होने की वजह से घास-फूस की झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं ये परिवार शासन-प्रशासन से कई बार गुहार भी लगा चुके हैं, इसके बावजूद कोई उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है. वहीं, इन परिवारों का कहना है कि उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला.