केदारनाथ धाम में मौसम का कहर, अलकनंदा और मंदाकिनी नदी ने लिया विकराल रूप
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रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में दो दिन से लगातार मौसम खराब है. मौसम खराब होने का असर अब यात्रा पर भी पड़ना शुरू हो गया है. केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों की संख्या में बेहद कमी आने लगी है, जबकि धाम के लिए संचालित होने वाली चार हेली सेवाएं वापस चली गई हैं और घोड़े-खच्चर भी धाम से वापस लौट रहे हैं. मौसम खराब रहने से दो दिनों से हेली सेवाएं भी उड़ान नहीं भर पाई हैं और निचले क्षेत्रों में नदियों का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है.
अलकनंदा और मंदाकिनी नदी ने लिया विकराल रूप: पहाड़ों में भले ही मानसून सीजन की बारिश का इंतजार है, लेकिन मानसून की बारिश होने से पहले स्थिति विकराल होने लगी है. दरअसल अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. अलकनंदा नदी अपने मूल बहाव क्षेत्र से लगभग पन्द्रह मीटर दूर तक फैलकर बह रही है. जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को नदी किनारे जाने नहीं दिया जा रहा है.
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धुंध की आगोश में केदारनाथ धाम: वहीं, अगर केदारनाथ धाम की यात्रा की बात करें, तो यात्रा पर भी मौसम का बुरा असर देखने को मिल रहा है. केदारनाथ धाम जाने वाले यात्रियों की संख्या 12 हजार से आठ हजार तक पहुंच गई है, जबकि धाम से हेली सेवाएं भी अब वापस जाने लगी हैं. आठ हेली सेवाओं में चार हेली सेवाएं वापस जा चुकी हैं. वहीं, मौसम इसी प्रकार खराब रहा तो चार अन्य भी शीघ्र वापस चली जाएंगी. धाम के लिए संचालित होने वाले पांच हजार घोड़े-खच्चर में से लगभग दो हजार घोड़े-खच्चर वापस आ चुके हैं. धाम में बीते दिन से धुंध छाई हुई है.
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