चमोली में दिखा गुरु शिष्य और अभिभावकों के बीच वात्सल्य प्रेम, शिक्षक की विदाई पर फूट फूटकर रोया पूरा गांव
🎬 Watch Now: Feature Video
चमोली: नंदानगर के बुरा गांव स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय चांजुली बुरा में तैनात अध्यापक विक्रम सिंह रावत को ऐसी विदाई दी गई, जो अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल शिक्षक का स्थानांतरण कर्णप्रयाग होने पर विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें महिलाएं,बुजुर्ग और बच्चे फूट-फूट कर रोने लगे. मानों उनके परिवार का कोई सदस्य उनको छोड़कर जा रहा हो.
अध्यापक को फूल मालाओं और घोड़े पर बैठाकर दी गई विदाई: ग्रामीणों ने अध्यापक विक्रम रावत को फूल मालाओं और स्कूल से सड़क तक घोड़े पर बैठाकर विदा किया. इस दौरान गांव की महिलाओं ने अपने बगीचों में इन दिनों उगी सब्ज़ी,फल, दाल,चावल शिक्षक को उपहार स्वरूप भेंट किए. इसी बीच ग्रामीणों द्वारा दिये गये इस तरह के सम्मान से शिक्षक विक्रम रावत भी भावुक हो गए.
ये भी पढ़ें: मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में विजन कार्यक्रम आयोजित, वाइनबर्ग स्कूल ने जीती ट्रॉफी
विक्रम सिंह रावत द्वारा पढ़ाये गये बच्चे भारतीय सेना में कार्यरत: सहायक अध्यापक भारत भूषण ने बताया कि शिक्षक विक्रम रावत ने आज से ठीक 12 साल पहले वर्ष 2011 में अपनी पहली नियुक्ति के साथ ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय चांजूली में नौकरी की शुरुआत की थी. उन्होंने स्कूल में बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ अभिभावकों को घर पर बच्चों को पढ़ाने के लिए जागरूक किया. उन्होंने बताया कि शिक्षक विक्रम सिंह रावत द्वारा पढ़ाये गये बच्चे आज भारतीय सेना में अपनी सेवाए दें रहें हैं. गुरु और शिष्यों और अभिभावकों के बीच ऐसा प्रेम रहा तो आने वाले समय में सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों की जो अवधारणा हैं वह अवश्य बदलेगी. साथ ही ऐसा सम्मान देख दुर्गम क्षेत्रों में सेवा दे रहे अध्यापकों का भी मनोबल बढ़ेगा.
ये भी पढ़ें: कमाल का क्लासरूम! राइंका टिकोची में छत के नीचे छाता, छाते के नीचे हो रही पढ़ाई