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हाय रे बेरोजगारी! MBA और डबल MA वाले भर रहे 8वीं पास योग्यता वाली नौकरी का फॉर्म - prd training news

देश और प्रदेश में युवा इस कदर बेबस और लाचार हैं कि 8वीं पास शैक्षिक योग्यता की नौकरी के लिए उच्च शैक्षिक योग्यता के युवा भी आवेदन करने को मजबूर हैं. इसमें एमबीए सहित एमए योग और डबल एमए करने वाले युवा नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं.

unemployment problems in uttarakhand
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Published : Feb 23, 2021, 4:22 PM IST

Updated : Feb 25, 2021, 7:33 PM IST

उत्तरकाशीः देश और प्रदेश में बेरोजगारी की मार और उसके बाद लॉकडाउन के वार ने युवाओं के रोजगार की कमर पूरी तरह तोड़ कर रख दी है. उच्च शैक्षिक योग्यता के चलते प्राइवेट कम्पनियों में नौकरी कर रहे युवाओं का रोजगार छिन गया. कई युवा ऐसे हैं, जिन्होंने एमबीए सहित एमए योग और डबल एमए करने के बाद रोजगार की तलाश की. लेकिन उसके बाद भी रोजगार नहीं मिल पाया. वहीं अब युवा रोजगार की तलाश में अपनी शैक्षिक योग्यता को तव्वजो नहीं दे रहे हैं. उनका कहना है कि इस बेरोजगारी के दौर में अब जो भी नौकरी मिले, वही करेंगे. यही कारण है कि 8वीं पास शैक्षिक योग्यता की नौकरी के लिए उच्च शैक्षिक योग्यता के युवा भी आवेदन करने को मजबूर हैं.

हाय रे बेरोजगारी!

इन दिनों उत्तरकाशी जनपद में जिला युवा कल्याण, प्रांतीय रक्षक दल के पीआरडी जवानों का प्रशिक्षण चल रहा है. इसमें 150 नए पीआरडी जवान हैं. पीआरडी में शैक्षिक योग्यता मात्र 8वीं पास है. लेकिन उसके बाद भी पीआरडी के लिए एमबीए (मास्टर इन बिजनेस, एकाउंट) सहित एमए योग और डबल एमए सहित कई युवा ऐसे हैं, जो कि अभी भी बीए, बीएससी, एमएससी कर रहे हैं. देश और प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी के डर से युवाओं को मजबूरी में अपनी शैक्षिक योग्यता से कम का रोजगार अपनाना पड़ रहा है. हालांकि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता, लेकिन युवाओं के मन में अपनी शैक्षिक योग्यता के अनुसार रोजगार न मिलने के कारण मन में टीस है.

प्रदेश में युवा किस कदर लाचार हैं जानिये इस वीडियो में-

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंडः फर्जी शिक्षकों में नैनीताल अव्वल, शिक्षा विभाग कसेगा नकेल

वहीं, पीआरडी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे ब्रह्मखाल निवासी हिमांशु भंडारी ने कहा उन्होंने वर्ष 2018 में एमबीए किया था. लेकिन उसके बाद नौकरी ढूंढने के बाद भी रोजगार नहीं मिला. उसके बाद लॉकडाउन के कारण अब लगा कि जो भी रोजगार मिले उसे ही अपना लिया जाए और फिर पीआरडी के लिए आवेदन किया. वहीं मोरी के दूरस्थ भितरी गांव के राजकिरण बौद्ध का कहना है कि उन्होंने एमए योग से पढ़ाई पूरी की है. लेकिन कहीं पर रोजगार नहीं मिला. वहीं युवाओं की यह मजबूरी प्रदेश सरकार की रोजगार नीतियों पर सवाल खड़े कर रही है कि आखिर क्यों युवाओं को उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर रोजगार नहीं मिल रहा है.

उत्तरकाशीः देश और प्रदेश में बेरोजगारी की मार और उसके बाद लॉकडाउन के वार ने युवाओं के रोजगार की कमर पूरी तरह तोड़ कर रख दी है. उच्च शैक्षिक योग्यता के चलते प्राइवेट कम्पनियों में नौकरी कर रहे युवाओं का रोजगार छिन गया. कई युवा ऐसे हैं, जिन्होंने एमबीए सहित एमए योग और डबल एमए करने के बाद रोजगार की तलाश की. लेकिन उसके बाद भी रोजगार नहीं मिल पाया. वहीं अब युवा रोजगार की तलाश में अपनी शैक्षिक योग्यता को तव्वजो नहीं दे रहे हैं. उनका कहना है कि इस बेरोजगारी के दौर में अब जो भी नौकरी मिले, वही करेंगे. यही कारण है कि 8वीं पास शैक्षिक योग्यता की नौकरी के लिए उच्च शैक्षिक योग्यता के युवा भी आवेदन करने को मजबूर हैं.

हाय रे बेरोजगारी!

इन दिनों उत्तरकाशी जनपद में जिला युवा कल्याण, प्रांतीय रक्षक दल के पीआरडी जवानों का प्रशिक्षण चल रहा है. इसमें 150 नए पीआरडी जवान हैं. पीआरडी में शैक्षिक योग्यता मात्र 8वीं पास है. लेकिन उसके बाद भी पीआरडी के लिए एमबीए (मास्टर इन बिजनेस, एकाउंट) सहित एमए योग और डबल एमए सहित कई युवा ऐसे हैं, जो कि अभी भी बीए, बीएससी, एमएससी कर रहे हैं. देश और प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी के डर से युवाओं को मजबूरी में अपनी शैक्षिक योग्यता से कम का रोजगार अपनाना पड़ रहा है. हालांकि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता, लेकिन युवाओं के मन में अपनी शैक्षिक योग्यता के अनुसार रोजगार न मिलने के कारण मन में टीस है.

प्रदेश में युवा किस कदर लाचार हैं जानिये इस वीडियो में-

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंडः फर्जी शिक्षकों में नैनीताल अव्वल, शिक्षा विभाग कसेगा नकेल

वहीं, पीआरडी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे ब्रह्मखाल निवासी हिमांशु भंडारी ने कहा उन्होंने वर्ष 2018 में एमबीए किया था. लेकिन उसके बाद नौकरी ढूंढने के बाद भी रोजगार नहीं मिला. उसके बाद लॉकडाउन के कारण अब लगा कि जो भी रोजगार मिले उसे ही अपना लिया जाए और फिर पीआरडी के लिए आवेदन किया. वहीं मोरी के दूरस्थ भितरी गांव के राजकिरण बौद्ध का कहना है कि उन्होंने एमए योग से पढ़ाई पूरी की है. लेकिन कहीं पर रोजगार नहीं मिला. वहीं युवाओं की यह मजबूरी प्रदेश सरकार की रोजगार नीतियों पर सवाल खड़े कर रही है कि आखिर क्यों युवाओं को उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर रोजगार नहीं मिल रहा है.

Last Updated : Feb 25, 2021, 7:33 PM IST
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