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29 अक्टूबर को यमुनोत्री धाम के कपाट हो जाएंगे बंद, यहां होंगे दर्शन - यमुनोत्री धाम न्यूज

29 अक्टूबर को यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो जाएंगे. जिसके बाद उसी दिन मां यमुना की उत्सव डोली, उनके शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव पहुंचेगी. जहाँ पर शीतकाल में मां यमुना के दर्शन श्रद्धालु कर पाएंगे.

यमुनोत्री धाम.
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Published : Oct 10, 2019, 7:18 PM IST

उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के बाद अब यमुनोत्री धाम मंदिर समिति ने भी यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बन्द करने की तिथि तय कर दी है. 29 अक्टूबर को दोपहर यमुनोत्री धाम के कपाट बन्द कर दिए जाएंगे. वहीं एक दिन पूर्व ही यमुना के भाई शनि महाराज की डोली अपनी बहन को लेने के लिए यमुनोत्री धाम पहुंचेगी.

यमुनोत्री धाम.

यमुनोत्री धाम के पुरोहित आशीष उनियाल ने बताया कि 29 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त पर मंत्रोच्चरण के बाद 6 माह के लिए बन्द कर दिये जाएंगे. जिसके बाद 6 माह तक यमुना के दर्शन खरसाली गांव में श्रद्धालु कर पाएंगे. जहां 6 माह तक यमुना की पूजा विधिवत रूप से खरसाली गांव में उनियाल जाति के ब्रहामण करते हैं. वहीं एक दिन पूर्व ही यमुना के भाई शनि महाराज की डोली अपनी बहन को लेने के लिए यमुनोत्री धाम पहुंचेगी.

पढे़ं- पंचायत चुनाव: शुक्रवार को होगा दूसरे चरण का मतदान, पोलिंग पार्टियां रवाना

आशीष उनियाल ने बताया कि खरसाली गांव में 6 माह तक मां यमुना की पूजा शनि महाराज के साथ की जाति है. मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से कपाट बंद होने वाले दिन यमुनोत्री धाम में गर्मकुंड में स्नान करता है, उसको यम यातनाओं से मुक्ति मिलती है.

उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के बाद अब यमुनोत्री धाम मंदिर समिति ने भी यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बन्द करने की तिथि तय कर दी है. 29 अक्टूबर को दोपहर यमुनोत्री धाम के कपाट बन्द कर दिए जाएंगे. वहीं एक दिन पूर्व ही यमुना के भाई शनि महाराज की डोली अपनी बहन को लेने के लिए यमुनोत्री धाम पहुंचेगी.

यमुनोत्री धाम.

यमुनोत्री धाम के पुरोहित आशीष उनियाल ने बताया कि 29 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त पर मंत्रोच्चरण के बाद 6 माह के लिए बन्द कर दिये जाएंगे. जिसके बाद 6 माह तक यमुना के दर्शन खरसाली गांव में श्रद्धालु कर पाएंगे. जहां 6 माह तक यमुना की पूजा विधिवत रूप से खरसाली गांव में उनियाल जाति के ब्रहामण करते हैं. वहीं एक दिन पूर्व ही यमुना के भाई शनि महाराज की डोली अपनी बहन को लेने के लिए यमुनोत्री धाम पहुंचेगी.

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आशीष उनियाल ने बताया कि खरसाली गांव में 6 माह तक मां यमुना की पूजा शनि महाराज के साथ की जाति है. मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से कपाट बंद होने वाले दिन यमुनोत्री धाम में गर्मकुंड में स्नान करता है, उसको यम यातनाओं से मुक्ति मिलती है.

Intro:उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम के बाद अब यमुनोत्री धाम मंदिर समिति ने भी यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बन्द करने की तिथि और दिन निश्चित कर दिया है। यमुनोत्री धाम के कपाट 29 अक्टूबर को दोपहर में अभिजीत मुहूर्त में 12.25 मिनिट पर 6 माह के लिए बन्द कर दिए जाएंगे। उसके बाद उसी दिन मां यमुना जी की उत्सव डोली उनके शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव पहुंचेगी। जहाँ पर शीतकाल में माँ यमुना जी के दर्शन श्रद्धालु कर पाएंगे। Body:वीओ-1, यमुनोत्री धाम के पुरोहित आशीष उनियाल ने बताया कि 29 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 25 मिनिट पर अभिजीत मुहूर्त पर मंत्रोच्चरण के बाद 6 माह के लिए बन्द हो जाएंगे। इसके बाद 6 माह तक यमुना जी के दर्शन खरसाली गांव में श्रद्धालु कर पाएंगे। वहीं एक दिन पूर्व ही यमुना जी के भाई शनि महाराज जी की डोली अपनी बहिन को लेने के लिए यमुनोत्री धाम पहुंचते हैं। 6 माह तक यमुना जी की पूजा विधिवत रूप से खरसाली गांव में उनियाल जाति के ब्रहामण करते हैं। Conclusion:वीओ-2, आशीष उनियाल ने बताया कि खरसाली गांव में 6 माह तक माँ यमुना जी की पूजा शनि महाराज के साथ कि जाति है। साथ ही जो भी भक्त सच्चे मन से कपाट बंद होने वाले दिन यमुनोत्री धाम में गर्मकुंड में स्नान करता है। उसको यम यातनाओं से मुक्ति मिलती है। क्योंकि उस दिन शनि महाराज और यमुना जी एक साथ यमुनोत्री धाम में विराजमान रहते हैं।
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