उत्तरकाशी: जनपद में बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए यमुनाघाटी के व्यापारियों ने आगामी 11 से 16 मई तक घाटी के सभी बाजारों में पांच दिवसीय संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है. नगर व्यापार मंडल बड़कोट के पदाधिकारियों का कहना है कि कोविड संक्रमण की स्थिति बहुत विकराल हो चुकी है. इसलिए जनहित में यह निर्णय लिया गया है.
वहीं, प्रशासन ने व्यापारियों के इस फैसले का स्वागत करते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. नगर व्यापार मंडल बड़कोट के अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी ने कहा कि यमुनाघाटी के बड़कोट, नौगांव, बर्नीगाड़ सहित पुरोला के नगर क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है. इस आपदा में बर्नीगाड़ के एक व्यापारी साथी को भी हम खो चुके हैं.
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यमुनाघाटी में वर्तमान में 20 कंटेनमेंट जोन हैं. जगूड़ी ने बताया कि जिला कार्यकारिणी से विचार विमर्श कर सभी व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने लॉकडाउन का निर्णय लिया है. बड़कोट एसडीएम चत्तर सिंह चौहान ने व्यापारियों के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि जब यमुनाघाटी के सभी बड़े बाजार बंद रहेंगे तो लॉकडाउन का असर गांव तक रहेगा. प्रशासन व्यापारियों का पूर्ण सहयोग करेगा.
चार विकासखण्ड के 13 गांव में बना कंटेनमेंट जोन
कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने के बाद चार विकासखण्ड के 13 गांव में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. जिसमें सीमांत सुक्की गांव सहित चामकोट, नई खालसी माड़, छोटी मणि, बड़ी मणि, ङ्ख्याट गांव, कुपडा, डंडाल गांव, उपराड़ी, राजगढि, बर्निगाड़ सहित उपलामठ भी शामिल हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड सक्रमण को रोकने के लिए कर्फ्यू सहित शादी समारोह में भीड़ को रोकने के लिए राजस्व विभाग को जिम्मेदारी दी गई है.
ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत का कहना है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को एक रणनीतिक योजना के साथ सक्रमण को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे. एसडीएम देवेंद्र नेगी और चत्तर सिंह चौहान का कहना है कि ग्रामीणों को लगातार जागरूक किया जा रहा है और कई स्थानों पर सख्ती भी की जा रही है. एसपी मणिकांत मिश्रा का कहना है कि जिला प्रशासन ग्राम प्रधानों के साथ सहयोग बनाकर गांव स्तर पर कोविड सक्रमण को रोकने का प्रयास कर रही है. साथ शादी समारोह में भीड़ जुटाने पर मुकदमे की कार्रवाई की जा रही है.