उत्तरकाशी: यमुना जी की अविरलता और स्वच्छता के लिए जनजागरण अभियान के तहत यमुना जल कलश पद यात्रा खरसाली स्थित यमुना मंदिर से वृंदावन (मथुरा) के लिए रवाना हुई. यह यात्रा पांच प्रदेशों से होते हुए यमुना नदी किनारों से होते हुए 18 अप्रैल को यमुना महोत्सव से पूर्व वृंदावन पहुंचेगी. यह पद यात्रा यमुना की स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक करेगी.
अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित परिषद के सरंक्षक महेश पाठक और उनके पुत्र रणजीत पाठक की ओर से खरसाली से वृंदावन तक यमुना जल कलश यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. शनिवार को यमुनोत्री विधायक केदार रावत के साथ धाम के तीर्थ पुरोहितों और खरसाली गांव के ग्रामीणों ने यात्रा के शुभारंभ पर विशेष पूजा अर्चना की.
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यमुनोत्री धाम मंदिर समिति के पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल और सचिव कृतेश्वर उनियाल ने बताया कि इस पद यात्रा के हर 15 किमी के बाद एक पड़ाव होगा. साथ ही यह जन जागरूक पद यात्रा 5 राज्यों उत्तराखंड, हिमांचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित वापस उत्तर प्रदेश से यमुना नदी के किनारों से होकर वृंदावन पहुंचेगी.
इस दौरान सन्देश दिया जाएगा कि जिस पवित्रता और विरलता के साथ यमुना जी यमुनोत्री से बहती हैं. वही पवित्रता वृंदावन में मौजूद रहेगी. साथ ही 18 अप्रैल को यमुना महोत्सव को भव्य रूप से मनाया जाएगा. जिसमें यमुनोत्री धाम के पुरोहित भी प्रतिभाग करेंगे.