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ग्रामीण महिलाओं ने ठेके खुलने का किया विरोध, कहा- खराब हो रहा माहौल - उत्तरकाशी में खुली शराब की दुकान

उत्तरकाशी में डुंडा तहसील मुख्यालय के वीरपुर और डुंडा की ग्रामीण महिलाओं ने शराब की दुकान खोले जाने का विरोध किया है. महिलाओं की मांग है कि लॉकडाउन के बीच शराब की दुकानें बंद की जाएं.

women protest against wineshop
शराब की दुकानें खुलने का विरोध.
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Published : May 5, 2020, 3:25 PM IST

Updated : May 5, 2020, 4:07 PM IST

उत्तरकाशी: लॉकडाउन के तीसरे फेज में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत प्रदेश में शराब की दुकानें खोल दी गयी हैं. उत्तरकाशी की डुंडा तहसील मुख्यालय के वीरपुर और डुंडा की ग्रामीण महिलाओं ने सरकार के फैसले का विरोध किया है. महिलाओं ने शराब की दुकानें बंद करने की मांग की है.

शराब की दुकानें खुलने का विरोध.

ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन के कारण उनके घरों में खाने के पैसे नहीं हैं. लोगों की आजीविका पूरी तरह प्रभावित है. वहीं, शराब की दुकान खुलने से ग्रामीण महिलाओं की आजीविका पर बुरा असर पड़ेगा. साथ ही शराब की दुकान खुलने से गांव और बाजार का माहौल भी खराब हो रहा है.

पढ़ें: पुरोला में रोस्टर के हिसाब से खुलेंगी गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें

डुंडा में अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने की सूचना पर वीरपुर और डुंडा की महिलाओं ने वीरपुर प्रधान सुनीता नेगी और डुंडा प्रधान पुष्पा भट्ट के नेतृत्व में शराब की दुकानों के बाहर प्रदर्शन किया. महिलाओं ने स्थिति सामान्य होने तक शराब की दुकानों को बंद करने की मांग की है.

वीरपुर प्रधान सुनीता नेगी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण लोगों के पास कोई काम नहीं है. अगर इस बीच लोग शराब के आदी होंगे तो इससे उनके परिवार पर भी बुरा असर पड़ेगा. वहीं, डुंडा प्रधान पुष्पा भट्ट ने कहा कि डुंडा वीरपुर क्षेत्र में कचडू देवता मंदिर से लेकर रेणुका देवी मंदिर के बीच क्षेत्र में कहीं पर भी शराब की दुकान नहीं खुलने दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि शराब की दुकान खोलकर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

उत्तरकाशी: लॉकडाउन के तीसरे फेज में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत प्रदेश में शराब की दुकानें खोल दी गयी हैं. उत्तरकाशी की डुंडा तहसील मुख्यालय के वीरपुर और डुंडा की ग्रामीण महिलाओं ने सरकार के फैसले का विरोध किया है. महिलाओं ने शराब की दुकानें बंद करने की मांग की है.

शराब की दुकानें खुलने का विरोध.

ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन के कारण उनके घरों में खाने के पैसे नहीं हैं. लोगों की आजीविका पूरी तरह प्रभावित है. वहीं, शराब की दुकान खुलने से ग्रामीण महिलाओं की आजीविका पर बुरा असर पड़ेगा. साथ ही शराब की दुकान खुलने से गांव और बाजार का माहौल भी खराब हो रहा है.

पढ़ें: पुरोला में रोस्टर के हिसाब से खुलेंगी गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें

डुंडा में अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने की सूचना पर वीरपुर और डुंडा की महिलाओं ने वीरपुर प्रधान सुनीता नेगी और डुंडा प्रधान पुष्पा भट्ट के नेतृत्व में शराब की दुकानों के बाहर प्रदर्शन किया. महिलाओं ने स्थिति सामान्य होने तक शराब की दुकानों को बंद करने की मांग की है.

वीरपुर प्रधान सुनीता नेगी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण लोगों के पास कोई काम नहीं है. अगर इस बीच लोग शराब के आदी होंगे तो इससे उनके परिवार पर भी बुरा असर पड़ेगा. वहीं, डुंडा प्रधान पुष्पा भट्ट ने कहा कि डुंडा वीरपुर क्षेत्र में कचडू देवता मंदिर से लेकर रेणुका देवी मंदिर के बीच क्षेत्र में कहीं पर भी शराब की दुकान नहीं खुलने दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि शराब की दुकान खोलकर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

Last Updated : May 5, 2020, 4:07 PM IST
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