उत्तरकाशी: लोकल फॉक वोकल की प्रदेश सरकार की अवधारणा को अब उत्तरकाशी जनपद का मुख्य कलेक्ट्रेट भवन परिपूर्ण करने जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से जिला कलेक्ट्रेट भवन को पहाड़ी शैली में तैयार किया जा रहा है. साथ ही कलेक्ट्रेट की चारदीवारी को भी पूरी तरह पहाड़ के रंग में रंग दिया गया है.
अभियान के तहत चारदीवारी पर पहाड़ की जीवन शैली सहित उत्तरकाशी जनपद के मुख्य गंगोत्री- यमुनोत्री धाम के साथ ही जिले के ऊंचाई वाले स्थानों पर धार्मिक और पर्यटन दृष्टिकोण से महत्वपूर्व तालों के चित्र उकेरे गए हैं. साथ ही कलेक्ट्रेट भवन के बाहर दुर्लभ स्नो लेपर्ड की मूर्ति भी शोभा बढ़ाएगी. उत्तराखंड का पहला कलेक्ट्रेट भंवन होगा, जो कि पूरी तरह पहाड़ी शैली और रंग में दिखेगा.
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प्रधानमंत्री के लोकल फॉर वोकल के आह्वान पर सूबे की डबल इंजिन सरकार सभी सरकारी भवनों को पहाड़ी शैली में विकसित करने की तैयारी कर रही है। तो वहीं उत्तरकाशी जनपद में डीएम मयूर दीक्षित की पहल पर कलेक्ट्रेट भवन को पहाड़ी शैली में निखारने का प्रथम चरण का कार्य प्रगति पर है। प्रथम चरण में भंवन में लकड़ी का कार्य किया जा रहा है, जिसमें तिबारी,छज्जा सहित मोरी आदि का निर्माण किया जा रहा है। वहीं द्वितीय चरण में कलेक्ट्रेट भंवन के छत पर पहाड़ी शैली के अंतर्गत पटाल लगाई जाएगी। साथ ही जहां बाहर से कलक्ट्रेट भंवन पहाड़ी शैली में होगा। तो वहीं अंदर सभी कार्यालय हाईटेक ई-ऑफिस तैयार किये जायेंगे.
डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि कलेक्ट्रेट में हर वर्ष हजारों स्थानीय और देश-विदेश के पर्यटक आते हैं. जब उन्हें कलेक्ट्रेट भवन पहाड़ी शैली में दिखेगा. वहीं इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. साथ ही सिक्योर हिमालय के तहत कलेक्ट्रेट भवन के बाहर स्नो लेपर्ड की मूर्ति बनाई जाएगी और अंदर सभी कार्यालय हाईटेक किए जाएंगे.