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उत्तरकाशी: सड़क सुविधा से महरूम ग्रामीण, आंदोलन की दी चेतावनी

प्रदेश सरकार भले ही हर गांव में सड़क पहुंचाने के दावे करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है.

Uttarkashi Village No Road
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Published : Apr 5, 2021, 7:05 PM IST

Updated : Apr 17, 2021, 4:06 PM IST

उत्तरकाशी: सूबे की सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है कि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों को सड़क से जोड़कर विकास की नई रूपरेखा तैयार की जा रही है. लेकिन हकीकत ठीक उलट है. जनपद मुख्यालय से महज 8 किमी की दूरी पर स्थित सिल्याण, जसपुर और निराकोट गांव आज भी सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं. यही कारण है कि आज भी गांव में बीमार होने पर मरीज को डंडी-कंडी से सड़क तक पहुंचाया जाता है.

ग्रामीणों का कहना है कि साल 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने जनपद मुख्यालय से 8 किमी दूरी पर स्थित गांव के लिए सड़क का शिलान्यास किया था. लेकिन 13 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं कर पाया है. जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है.

सड़क सुविधा से महरूम ग्रामीण.

पढ़ें- धधक रही जंगलों में आग, साफ नजर आ रही संसाधनों की कमी

ग्रामीणों ने बताया कि दो साल पहले गांव के कुछ युवाओं ने मिलकर सड़क कटिंग शुरू की थी. उस समय वर्तमान विधायक और जिला प्रशासन ने यह आश्वासन दिया था कि जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. लेकिन उसके बाद भी सड़क निर्माण शुरू नहीं हो पाया है. अब ग्रामीणों ने इस सम्बंध में डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर एक माह के भीतर सड़क निर्माण की मांग की है. साथ ही समस्या पर गौर न होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है.

पढ़ें- देहरादून: 40 नए वार्डों से टैक्स लिए जाने के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप

जिलाधिकारी ने किया आश्वस्त

उत्तरकाशी डीएम मयूर दीक्षित ने कहा है कि उनके पास गांव के कई लोग आए थे. उन्होंने बताया कि विभाग के पास पैसा भी आ रखा है लेकिन गांव में सड़क का काम शुरू नहीं किया जा रहा है. उन्होंने इसका संज्ञान लेते हुए पीडब्ल्यूडी से तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. साथ ही ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि एक महीने में जो भी विभागी कार्रवाई होगी की जाएगी.

उत्तरकाशी: सूबे की सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है कि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों को सड़क से जोड़कर विकास की नई रूपरेखा तैयार की जा रही है. लेकिन हकीकत ठीक उलट है. जनपद मुख्यालय से महज 8 किमी की दूरी पर स्थित सिल्याण, जसपुर और निराकोट गांव आज भी सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं. यही कारण है कि आज भी गांव में बीमार होने पर मरीज को डंडी-कंडी से सड़क तक पहुंचाया जाता है.

ग्रामीणों का कहना है कि साल 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने जनपद मुख्यालय से 8 किमी दूरी पर स्थित गांव के लिए सड़क का शिलान्यास किया था. लेकिन 13 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं कर पाया है. जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है.

सड़क सुविधा से महरूम ग्रामीण.

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ग्रामीणों ने बताया कि दो साल पहले गांव के कुछ युवाओं ने मिलकर सड़क कटिंग शुरू की थी. उस समय वर्तमान विधायक और जिला प्रशासन ने यह आश्वासन दिया था कि जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. लेकिन उसके बाद भी सड़क निर्माण शुरू नहीं हो पाया है. अब ग्रामीणों ने इस सम्बंध में डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर एक माह के भीतर सड़क निर्माण की मांग की है. साथ ही समस्या पर गौर न होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है.

पढ़ें- देहरादून: 40 नए वार्डों से टैक्स लिए जाने के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप

जिलाधिकारी ने किया आश्वस्त

उत्तरकाशी डीएम मयूर दीक्षित ने कहा है कि उनके पास गांव के कई लोग आए थे. उन्होंने बताया कि विभाग के पास पैसा भी आ रखा है लेकिन गांव में सड़क का काम शुरू नहीं किया जा रहा है. उन्होंने इसका संज्ञान लेते हुए पीडब्ल्यूडी से तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. साथ ही ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि एक महीने में जो भी विभागी कार्रवाई होगी की जाएगी.

Last Updated : Apr 17, 2021, 4:06 PM IST
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