उत्तरकाशी: पहाड़ों में आज भी कई गांव ऐसे हैं, जहां सड़क की सुविधा नहीं पहुंच पाई है. इस कारण पहाड़ के लोगों को कई किमी दूर पैदल चलना पड़ता है. सड़क न होने से सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं, बीमार व्यक्तियों, बुर्जुगों और स्कूली बच्चों को होती है. सड़क के अभाव में बीमार लोग समय से इलाज नहीं करवा पाते हैं तो साथ ही बच्चे देर से स्कूल पहुंचते हैं.
गांव के लिए बनने लगी सड़क तो झूमे ग्रामीण: उत्तरकाशी के भटवाड़ी विकासखंड के हीना गांव के लिए तीन किलोमीटर सड़क का कटिंग का कार्य शुरू हुआ तो ग्रामीण झूम उठे. ग्रामीणों ने जेसीबी वाहन की पूजा-पाठ करने के बाद आपस में मिठाई वितरण किया. उसके बाद ग्रामीण महिलाओं ने सड़क निर्माण की अपनी खुशी का इजहार करते हुए ढोल-दमाऊं की थाप पर रासो-तांदी नृत्य किया.
रोड बनने की खुशी में किया रासो तांदी नृत्य: भटवाड़ी विकासखंड के हीना गावं की ग्राम प्रधान आरती मखलोगा ने बताया कि वर्ष वर्ष 2021 में उनके गांव के लिए तीन किमी सड़क स्वीकृत हुई थी. लोक निर्माण विभाग ने टेंडर लगाकर ठेकेदार को इसका काम सौंपा. लेकिन ठेकेदार और विभाग के बीच कुछ अनबन होने के कारण सड़क का कार्य शुरू नहीं हो पाया और ठेकेदार कोर्ट चला गया. उसके बाद ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए ग्राम प्रधान भी कोर्ट की शरण में पहुंचे. दो वर्ष के संघर्ष के बाद ग्रामीणों ने कोर्ट से अपने हक की लड़ाई जीती. उसके बाद लोक निर्माण विभाग ने दोबारा सड़क की निविदा आमंत्रित की. जिस पर 90 लाख की लागत से तीन किमी लंबी सड़क का निर्माण शुरू हो गया है.
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ढोल दमाऊं से किया अफसरों और ठेकेदार का स्वागत: लोक निर्माण विभाग की जेसीबी सड़क निर्माण की कटिंग के लिए हीना बाजार पहुंची तो ग्रामीणों ने ढोल-दमाऊं के साथ मशीन, विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों का स्वागत किया. सड़क कटिंग से पूर्व विधिवत पूजा-पाठ की गई. उसके बाद सभी ग्रामीणों ने आपस में मिठाई बांटकर खुशी व्यक्त की. ग्रामीणों को आजादी के 77वें वर्ष में सड़क की सौगात मिलने जा रही है. इस खुशी को ग्रामीणों ने ढोल-दमाऊं की थाप पर रासो-तांदी नृत्य कर व्यक्त किया.
सड़क की सौगात के संघर्ष करने के लिए ग्राम प्रधान आरती मखलोगा का लोगों ने धन्यवाद किया. इस मौके पर जगदीप सिंह मखलोगा, नोबर कठैत, घनश्याम चौहान, गणेश भट्ट, विजेंद्र, महावीर, मनीषा चौहान, कुसमा देवी, जयमाला देवी आदि ग्रामीण मौजूद रहे.
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