उत्तरकाशीः ऑल वेदर रोड के कार्यदायी संस्था की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी के चलते डुंडा विकासखंड के रतूड़ीसेरा में घरों में दरारें पड़ गई हैं. इससे ग्रामीणों को आए दिन हादसे का डर सताता है. ग्रामीणों का कहना है कि एक साल पहले गंगोत्री हाईवे पर ऑल वेदर रोड का कार्य किया गया, जिसमें गांव के मुख्य मार्ग और गूल क्षतिग्रस्त हो गए थे. साथ ही सुरक्षा कार्य न होने के कारण रतूड़ीसेरा गांव के कई भवनों में दरारें पड़ी हुई हैं. ऐसे में आए दिन अनहोनी का खतरा बना रहता है, लेकिन बीते एक साल से उनकी सुध नहीं ली जा रही है.
रतूड़ीसेरा के ग्रामीणों का कहना है कि गांव को जोड़ने वाला मुख्य संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है. साथ ही ऑल वेदर रोड के दौरान हुए कार्यों में अनियमितताओं के चलते ग्रामीणों को बीते एक साल से अनहोनी का डर सता रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि एक साल से जिला प्रशासन समेत ऑल वेदर रोड से जुड़ी कार्यदायी संस्था को गांव को सुरक्षित करने के लिए लिखित मांग की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. बरसात के दौरान कभी भी पूरा गांव गंगोत्री हाईवे पर आ सकता है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर अब भी प्रशासन नहीं मानता है, तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि इसके साथ राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने गांव की गूल को भी खुर्द-बुर्द कर दिया. जिसकी ग्रामीणों ने जांच की मांग की है. रतूड़ीसेरा के ग्रामीणों का कहना है कि गांव (cracks in raturisera village) में 1 से 2 फीट की दरारें पड़ी हुई हैं तो वहीं ऑल वेदर रोड के कार्यों में लापरवाही ग्रामीणों पर दो तरफ से भारी पड़ रही है. एक ओर से गांव में दरारें तो दूसरी ओर से भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. साथ ही कहा कि अब प्रशासन तब ही जागेगा, जब कोई बड़ा हादसा होगा.