उत्तरकाशी: एक ओर जहां सरकार जहां विद्यालयों में हर प्रकार की सुविधा देने का दावा करती है तो, वहीं इन दावों को हवाई साबित कर रहा है राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का निर्माणाधीन भवन. जो 3 सालों से अधर में लटका हुआ है. जिस कारण छात्रों को जर्जर भवन में पढ़ना पड़ रहा है. वहीं, बरसात और बर्फबारी के दिनों में क्लास रूम की टपकती छत के नीचे छात्र पढ़ने को मजबूर हैं.
3 सालों से स्कूल भवन की निर्माण प्रक्रिया के किसी भी प्रकार के कदम किसी भी स्तर पर नहीं उठाए गए हैं. शायद शासन-प्रशासन को किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार है. क्योंकि, छात्र जिस जर्जर भवन में पढ़ रहे हैं उसे विभाग ने पहले से ही असुरक्षित बताया हुआ है.
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राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड में करीब 160 बच्चे पढ़ रहे हैं. जहां पर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. विद्यालय के लिए नया भवन स्वीकृत हुआ. जिसके तहत भवन का करीब 20 प्रतिशत ही निर्माण किया गया, लेकिन उसके बाद 3 साल से भवन निर्माण का कार्य अधर में ही लटका हुआ है.
वहीं, विभाग की ओर से कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है. स्कूली बच्चों का कहना है कि बरसात और बर्फबारी के दौरान कक्षाओं में पानी भर जाता है. क्लास रूम भी टपकता रहता है. जिस कारण पठन पाठन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.