उत्तरकाशी: पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस का उत्सव कोरोना काल के बीच विभिन्न प्रकार से मनाया गया. इसी कड़ी में जनपद के दूरस्थ गाजणा क्षेत्र के थांडी-कमद के ग्रामीणों ने करीब 2800 मीटर (9000 फीट) की ऊंचाई पर तिरंगा फहरा कर स्वतंत्रता दिवस मनाया. इस मौके पर यहां के ग्रामीणों ने योगाभ्यास के साथ गढ़भोज का आयोजन भी किया.
शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 'जाड़ी' संस्था के लोगों ने गाजणा क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ 9000 फीट की ऊंचाई पर छानी(गौशाला) में भयूडी बुग्याल में तिरंगा लहराया. जाड़ी संस्था के लोगों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर योगाभ्यास भी किया. साथ ही ग्रामीणों को कोविड 19 से बचने के उपाय भी बताए. इस दौरान स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्थानीय युवक-युवतियों ने लोक गीतों पर लोकनृत्य किया.
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इस मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि भयूडी बुग्याल कुश कल्याण बुग्याल का बेस कैम्प है. यहां से कई तालों और बुग्यालों की शुरूआत होती है. इस समय ग्रामीणों सावन-भादों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बुग्यालों में अपने मवेशियों को लेकर 3 महीने के प्रवास पर आ जाते हैं. इसलिए अब वह हर वर्ष इस बुग्याल में पारम्परिक तरीकों से राष्ट्रीय पर्व मना रहे हैं.
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उत्तरकाशी का ये सुदूर क्षेत्र ऐसा पर्यटक स्थल है, जहां पर बुग्यालों की एक लंबी श्रृंखला है. इन बुग्यालों में पहले स्थानीय ग्रामीण अपने पशुओं को चराने और प्रवास पर पहुंचते थे. अब धीरे-धीरे यहां उत्तराखंड व अन्य हिस्सों से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है.
जिसे देखते हुए यहां के ग्रामीण और युवाओं ने हिमालय पर्यावरण जड़ी-बूटी एवं एग्रो संस्थान के साथ मिलकर कुश कल्याण ट्रेक पर स्थित इन बुग्यालों को एक व्यवस्थित ट्रैक का मैप देने का प्रयास जारी किया है, ताकि भविष्य में यह स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार का जरिया बन सके.