उत्तरकाशी: सिविल सेवा की सबसे बड़ी अकादमी लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन मसूरी में प्रशिक्षण पा रहे आईएएस अधिकारियों के दल ने कासला से भराड़सर ताल तक ट्रैकिंग की. मसूरी में अपने प्रशिक्षण के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ट्रेकिंग सहित दूरस्थ गांव की कैंपिंग का प्रशिक्षण ट्रेनी IAS अधिकारियों को दिया जाता है.
इसके तहत प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी दूरस्थ गांव में कैंप करते हुए हिमालयी क्षेत्रों के जीवन यापन के बारे में जानकारी एकत्रित करते हैं और इन इलाकों से मिले अनुभव को अपनी ड्यूटी के दौरान इस्तेमाल करते हैं. टीम लीडर प्रमोद राणा के नेतृत्व में लाल बहादुर शास्त्री आईएएस अकादमी के 21 प्रशिक्षु आईएएस 15,419 फीट की ऊंचाई पर स्थित भराड़सर ताल के ट्रेकिंग अभियान पर पहुंचे थे.
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आठ दिन के इस ट्रैक के दौरान यहां के नैसर्गिक सौंदर्य और ग्रामीण जीवन शैली से ये अधिकारी खासे प्रभावित हुए. आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी मसूरी में प्रशिक्षण के दौरान आईएएस अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों में ट्रेकिंग कराई जाती है. इसी क्रम में आईएएस प्रशिक्षुओं ने अभियान की शुरुआत मोरी तहसील के दूरस्थ कासला गांव से हुई.
जहां पर ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया. साथ ही प्रशिक्षुओं आईएएस ने दूरस्थ गांव की परंपराओं सहित रहन-सहन, खान-पान की बारीकी से जानकारियां ली. उसके बाद प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों का 21 सदस्यीय दल सुराल जंगल पहुंचा. जहां टीम ने रात्रि विश्राम किया और अगले दिन 15,419 फीट की ऊंचाई पर स्थित भराड़सर ताल पर ट्रेकिंग करते हुए पहुंचे.