उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे पर अस्सी गंगा के बीच से बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए बीआरओ द्वारा बनाया गया वैकल्पिक मार्ग अस्सी गंगा के तेज बहाव में बह गया है. जिसक चलते वाहनों की आवाजाही के लिए कोई विकल्प नहीं है. ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ ही अन्य बाहरी लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह समय-समय पर पुल ताश के पत्तों की बिखरे हैं. उससे यही लगता है कि प्रशासन हादसों के बाद ही जागेगा. गंगोरी के व्यापारी और पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य दिग्विजय सिंह ने बताया कि पुल क्षतिग्रस्त होने से चारधाम यात्रा और पर्यटन पर भी बुरा असर होगा.
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चारधाम यात्रा और पर्यटन इस क्षेत्र के लोगों की आजीविका का प्रमुख साधन है. वहीं वैली पुलों के सहारे ही अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुंचा जाता है. उन्होंने बताया कि पिछली बार पुल के टूटने से भटवाड़ी तहसील सहित कई गांवों का संपर्क जनपद मुख्यालय से टूट गया था. लेकिन प्रशासन का इस ओर ध्यान ही नहीं जा रहा है.