उत्तरकाशीः विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम समेत उत्तरकाशी के प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर, जगन्नाथ, गोपाल मंदिर और स्कूलों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. गंगोत्री धाम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. इस दौरान गंगोत्री मंदिर परिसर 'नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की...' आदि भजन से गूंज उठा.
गंगोत्री धाम में श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें स्थानीय लोक गायक देवाशीष और गगन सेमवाल आदि की टीम ने शानदार भजनों की प्रस्तुति दी. मंदिर परिसर में देर रात तक भजन और रात्रि जागरण का आयोजन हुआ. जहां श्रद्धालु भजनों पर जमकर झूमे.
वहीं, रात 12 बजे वेद मंत्रों से श्रीकृष्ण और मां गंगा की पूजा अर्चना के साथ अभिषेक किया गया. भजन और पूजा अर्चना का कार्यक्रम तड़के चार बजे तक चला. मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि आयोजन में करीब दस हजार श्रद्धालुओं ने शिरकत की.
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उधर, यमुनोत्री धाम में भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम रही. पर्व पर रात को कीर्तन भजन संध्या आयोजित की गई. जिसमें पुरोहित समाज श्रद्धालुओं ने भाग लिया. वहीं, जिला मुख्यालय स्थित प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाया गया. बीते बुधवार रात साढ़े 8 बजे से ही यहां रात्रि जागरण शुरू हो गया था. जिसमें देर रात 12 बजे तक श्रद्धालु भजनों पर झूमते रहे.
वहीं, बाद में विशेष पूजा अर्चना कर श्रीकृष्ण को 56 भोग लगाया गया. बाद में मटकी फोड़ और रासलीला कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. जिसमें श्रीकृष्ण और राधा की वेशभूषा में सजे बच्चे आकर्षण का केंद्र रहे. महंत अजय पुरी ने बताया कि कार्यक्रम का समापन महाप्रसाद वितरण के साथ हुआ.
संस्कृत महाविद्यालय उत्तरकाशी में भी बुधवार रातभर भजन कीर्तन कर सुबह शोभा यात्रा निकाली गई. वहीं, जगन्नाथ मंदिर, गोपाल मंदिर में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया. गोपाल मंदिर में पिछले सात दिनों से चल रही श्रीमद् भागवत कथा का प्रसाद वितरण के साथ समापन हो गया. वहीं, महाशय राजीव कुमार सरस्वती शिशु मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई.
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