उत्तरकाशी: ऐसी मान्यता है कि पौराणिक काल में एक ही पुजारी उत्तराखंड के चारों धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की पैदल यात्रा कर पूजा करते थे. उत्तराखण्ड पर्यटन मंत्रालय ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के नेतृत्व में एक टीम गठित कर चारधाम के उस पैदल ट्रैक को ढूंढने की कवायद शुरू कर दी है. इसी क्रम में गढ़वाल आयुक्त वीवी आरसी पुरुषोत्तम ने 10 सदस्यीय टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
बता दें कि टीम यमुनोत्री-गंगोत्री पैदल ट्रैक की रेकी कर गंगोत्री धाम पहुंची. दल ने बताया कि यमुनोत्री से गंगोत्री तक का ट्रैक चार दिन का था. इसमें कई छोटे-छोटे ट्रैक की रेकी भी की गई. अब ये टीम गंगोत्री-केदारनाथ ट्रैक की रेकी करेगा. इस टीम में एवरेस्ट विजेता रवि चौहान सहित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, पुलिस और वन विभाग के टीम भी शामिल है.
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वहीं, गढ़वाल आयुक्त वीवी आरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि उत्तराखंड पर्यटन मंत्रालय की ओर से यह अभियान शुरू किया गया है. अगर चारों धामों के पुराने ट्रैक की पूरी वैज्ञानिक रेकी हो जाएगी. तो ये प्रदेश के पर्यटन के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य अमित बिष्ट ने बताया कि यमुनोत्री ट्रैक की रेकी चार दिन की थी. अब 10 सदस्यीय दल गंगोत्री से केदरानाथ के पुराने ट्रैक की रेकी करेगा. जोकि 7 से 8 दिन का होगा. उन्होंने कहा कि पहला मिशन पौराणिक ट्रैक की रेकी करना है. जिसके बाद ही अन्य चीजों पर ध्यान दिया जाएगा.