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देवदूत बने SDRF के जवान, चार ट्रैकर्स सहित 11 लोगों को किया रेस्क्यू

एसडीआरएफ ने ईटीवी भारत से हुई खास बातचीत में बताया कि पश्चिम बंगाल कोलकाता के चार ट्रैकर्स सबतोजीत दत्तो (38), सकोसुबो घोष(52), वेदांती घोष(55) , जया ओजकड़ी अधिकारी (42)  अपने दो गाइड और 5 पोर्टर के साथ उद्दंकोडन पास से केदारनाथ ट्रैक पर जा रहे थे.जिन्हें सकुशल रेस्क्यू किया गया है.

ट्रैकर्स के देवदूत बने SDRF के जवान
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Published : Jun 5, 2019, 12:08 PM IST

Updated : Jun 5, 2019, 3:25 PM IST

उत्तरकाशी: एसडीआरएफ की टीम ने मंगलवार रात को पश्चिम बंगाल के 4 ट्रैकर्स सहित 11 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर गंगोत्री धाम पहुंचाया. बताया जा रहा है कि ये ट्रैकर्स उद्दंकोडन पास से वापस लौट रहे थे तभी तेज बारिश होने के कारण रुद्रगेरा नदी पर बनी पुलिया बह गई. जिसके कारण 4 ट्रैकर्स सहित 11 लोग फंस गए थे. पुलिया टूटने के बाद ट्रैकर्स ने गंगोत्री संपर्क किया. जिसके बाद घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हुई और इन लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर गंगोत्री धाम पहुंचाया गया.

देवदूत बने SDRF के जवान

एसडीआरएफ ने ईटीवी भारत से हुई खास बातचीत में बताया कि पश्चिम बंगाल कोलकाता के चार ट्रैकर्स सबतोजीत दत्तो (38), सकोसुबो घोष(52), वेदांती घोष(55) , जया ओजकड़ी अधिकारी (42) अपने दो गाइड और 5 पोर्टर के साथ उद्दंकोडन पास से केदारनाथ ट्रैक पर जा रहे थे. पास पर बर्फबारी अधिक होने के कारण ट्रैकर्स का ये दल मंगलवार को वापस लौट ही रहा था कि रुद्रगेरा नदी पर बनी पुलिया बारिश में बह जाने के कारण ये वहां फंस गये. जिसके बाद एसडीआरएफ को ट्रैकर्स के फंसे होने की सूचना मिली.

पढ़ें-Etv भारत के कैमरे के सामने फूटा लोगों का दर्द, कहा- नगर निगम ने कर दिया जीना मुहाल

जिसके बाद एसडीआरएफ की ओर से एसआई अर्जुन सिंह के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, कांस्टेबल राम सिंह,दुर्गेश रतूड़ी,प्रेम सिंह और विनोद रावत डेढ़ घंटे के ट्रेक के बाद रुद्रगेरा नदी के पास पहुंचे. जहां पर एसडीआरएफ की टीम ने रिवर वेली क्रासिंग तकनीक का प्रयोग कर 4 ट्रैकर्स सहित सभी 11 लोगों को सुरक्षित गंगोत्री धाम पहुंचाया. बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब गंगोत्री धाम में एसडीआरएफ ट्रैकर्स के लिए देवदूत बनकर पहुंची है, इससे पहले भी गंगोत्री और गोमुख घाटी में एसडीआरएफ ने ट्रैकिंग के दौरान फंसे सैकड़ों यात्रियों और ट्रैकर्स की जान बचाई है.

उत्तरकाशी: एसडीआरएफ की टीम ने मंगलवार रात को पश्चिम बंगाल के 4 ट्रैकर्स सहित 11 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर गंगोत्री धाम पहुंचाया. बताया जा रहा है कि ये ट्रैकर्स उद्दंकोडन पास से वापस लौट रहे थे तभी तेज बारिश होने के कारण रुद्रगेरा नदी पर बनी पुलिया बह गई. जिसके कारण 4 ट्रैकर्स सहित 11 लोग फंस गए थे. पुलिया टूटने के बाद ट्रैकर्स ने गंगोत्री संपर्क किया. जिसके बाद घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हुई और इन लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर गंगोत्री धाम पहुंचाया गया.

देवदूत बने SDRF के जवान

एसडीआरएफ ने ईटीवी भारत से हुई खास बातचीत में बताया कि पश्चिम बंगाल कोलकाता के चार ट्रैकर्स सबतोजीत दत्तो (38), सकोसुबो घोष(52), वेदांती घोष(55) , जया ओजकड़ी अधिकारी (42) अपने दो गाइड और 5 पोर्टर के साथ उद्दंकोडन पास से केदारनाथ ट्रैक पर जा रहे थे. पास पर बर्फबारी अधिक होने के कारण ट्रैकर्स का ये दल मंगलवार को वापस लौट ही रहा था कि रुद्रगेरा नदी पर बनी पुलिया बारिश में बह जाने के कारण ये वहां फंस गये. जिसके बाद एसडीआरएफ को ट्रैकर्स के फंसे होने की सूचना मिली.

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जिसके बाद एसडीआरएफ की ओर से एसआई अर्जुन सिंह के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, कांस्टेबल राम सिंह,दुर्गेश रतूड़ी,प्रेम सिंह और विनोद रावत डेढ़ घंटे के ट्रेक के बाद रुद्रगेरा नदी के पास पहुंचे. जहां पर एसडीआरएफ की टीम ने रिवर वेली क्रासिंग तकनीक का प्रयोग कर 4 ट्रैकर्स सहित सभी 11 लोगों को सुरक्षित गंगोत्री धाम पहुंचाया. बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब गंगोत्री धाम में एसडीआरएफ ट्रैकर्स के लिए देवदूत बनकर पहुंची है, इससे पहले भी गंगोत्री और गोमुख घाटी में एसडीआरएफ ने ट्रैकिंग के दौरान फंसे सैकड़ों यात्रियों और ट्रैकर्स की जान बचाई है.

Intro:हेडलाइन- पश्चिम बंगाल के चार ट्रैकर्स सहित 11 लोगों का रेस्क्यू। (exclusive)
नोट- इस खबर की वीडियो करीब 3 घण्टे बाद उपलब्ध हो जाएगा। उत्तरकाशी। एसडीआरएफ की टीम ने मंगलवार रात को पश्चिम बंगाल के 4 ट्रैकर्स सहित 11 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर गंगोत्री धाम पहुंचाया। यह ट्रैकर्स उद्दंकोडन पास से वापस लौट रहे थे। तभी इनके ट्रैक पर रुद्रगैरा नदी में बनी पुलिया तेज बारिश के कारण बह गए। जिस कारण 4 ट्रैकर्स सहित 11 लोग वहां पर फंस गए। जिसके बाद उन्होंने गंगोत्री संपर्क किया और सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने 11 लोगों को सुरक्षित रीवर क्रासिंग कर गंगोत्री धाम पहुंचाया। बताया जा रहा है कि यह ट्रैकर्स उद्दंकोडन पास से केदारनाथ जा रहे थे। पास पर अधिक बर्फबारी होने के कारण यह लोग वापस लौट रहे थे।


Body:वीओ-1, एसडीआरएफ ने etv bharat को फ़ोन पर दी जानकारी में बताया कि पश्चिम बंगाल कोलकाता के चार ट्रैकर्स सबतोजीत दत्तो उम्र 38 वर्ष,सकोसुबो घोष उम्र 52 वर्ष वेदांती घोष उम्र 55 वर्ष , जया ओजकड़ी अधिकारी उम्र 42 वर्ष अपने दो गाइड और 5 पोर्टर के साथ उद्दंकोडन पास से केदारनाथ ट्रैक पर जा रहे थे। लेकिन पास पर अधिक बर्फबारी होने के कारण यह मंगलवार को वापस लौट रहे थे। मंगलवार देर रात जैसे ही दल रुद्रगेरा नदी के समीप पहुंचा,तो वहां पर नदी पर बनी पुलिया बारिश के कारण बहने के कारण दल वहीं पर फ़ंस गया। ट्रैकर्स दल ने किसी प्रकार गंगोत्री संपर्क किया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ करीब डेढ़ घण्टे का ट्रैक कर मोके पर पहुंची।


Conclusion:वीओ-2, एसडीआरएफ की और से एसआई अर्जुन सिंह के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह,कांस्टेबल राम सिंह,दुर्गेश रतूड़ी,प्रेम सिंह और विनोद रावत रुद्रगेरा नदी के समीप पहुंचे। जहां पर एसडीआरएफ की टीम ने रिवर वेली क्रासिंग तकनीक का प्रयोग कर 4 ट्रैकर्स सहित सभी 11 लोगों को सुरक्षित गंगोत्री धाम पहुंचाया। यह पहला मौका नहीं जब गंगोत्री धाम में एसडीआरएफ ट्रैकर्स के लिए देवदूत बनकर पहुंची है। इससे पूर्व गंगोत्री और गौमुख घाटी में एसडीआरएफ ट्रैकिंग के दौरान फंसे सैकड़ो यात्रियों और ट्रैकर्स की जान बचा चुके हैं।
Last Updated : Jun 5, 2019, 3:25 PM IST
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