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उत्तरकाशी आपदाः 6 साल की ईशु के साथ जिंदा दफन हो गईं मां और ताई

उत्तरकाशी आपदा में एक 6 साल की मासूम ईशु, उसकी मां ऋतु भट्ट और ताई माधुरी भट्ट काल के गाल में समा गए. जानकारी के मुताबिक 15 दिन पहले ही ऋतु अपने पति दीपक और बेटी के साथ गांव आई थीं.

Uttarkashi
उत्तरकाशी
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Published : Jul 20, 2021, 9:33 PM IST

Updated : Jul 20, 2021, 9:50 PM IST

उत्तरकाशी: रविवार (18 जुलाई) रात उत्तरकाशी के मांडो गांव में आई जलप्रलय में 6 साल की मासूम, उसकी मां और ताई काल के गाल में समा गए. मांडो निवासी दीपक भट्ट और उनकी पत्नि ऋतु भट्ट अपनी 6 साल की बेटी ईशु भट्ट के साथ 15 दिन पहले ही दिल्ली से मांडो लौटे थे. लेकिन इस प्राकृतिक आपदा में पूरा परिवार तबाह हो गया.

18 जुलाई को उत्तरकाशी आपदा में एक 6 साल की मासूम, मां व ताई मलबे में जिंदा दफन हो गए. जानकारी के मुताबिक घटना के वक्त ऋतु भट्ट (32 वर्षीय) पत्नी दीपक भट्ट व जेठानी माधुरी भट्ट (36 वर्षीय) पत्नी देवानंद भट्ट घर पर मौजूद थीं. वहीं, ईशु घटना के वक्त सो रही थी. जानकारी के मुताबिक जैसे ही गदेरा आया तो माधुरी और ऋतु बेटी ईशु को लेकर घर की छत की ओर भागे. लेकिन, तब तक गदेरा के मलबे में तीनों गायब हो चुके थे.

ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित मांडो में गदेरा हो रहा चैनलाइज, कंकराड़ी में खुली सड़क

घटना के बाद जिला प्रशासन की खोज-बचाव टीम सहित SDRF और पुलिस ने मौके पर रेस्क्यू किया. लेकिन तीनों का कुछ पता नहीं चल पाया. वहीं, सोमवार सुबह करीब 3 बजे तीनों के शव घर के पास मलबे में दबे मिले. जिनका सोमवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया.

जानकारी के मुताबिक दीपक भट्ट व पत्नी ऋतु भट्ट दोनों दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. ऑफिस वर्क फ्रॉम होम होने के कारण दीपक व ऋतु बेटी के साथ उत्तरकाशी आ गए थे. दीपक व ऋतु दोनों घर से ही वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे.

ये भी पढ़ेंः कुशाल सिंह के सामने बह रहा था जिंदगी का सहारा, बेबस देखते रह गए

खुद रास्ता बना रहे ग्रामीण: उत्तरकाशी के कंकराड़ी गांव की तबाही के सैलाब से साड़ा पुल भी बह चुका है. मौके पर अब एक बड़ी खाई बन चुकी है. वहीं, पुल बहने के कारण बाड़ागड्डी सहित उप-तहसील धौन्तरी का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है. जिस कारण पुल से सटे मानपुर, थलन व साड़ा गांव के लोग खाई से जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं.

खुद रास्ता बनाने को मजबूर ग्रामीण.

हालांकि, दूसरी तरफ दो दिन बाद भी प्रशासन के मौके पर नहीं पहुंचने पर मानपुर और थलन के ग्रामीणों ने स्वयं वैकल्पिक पैदल मार्ग बनाना शुरू कर दिया है. जिसका आधा काम भी हो चुका है. वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरएस खत्री ने बताया कि भटवाड़ी से वैली ब्रिज के पार्ट लोड होकर मंगलवार देर रात तक साड़ा पुल के पास पहुंच जाएंगे. बुधवार सुबह वैली ब्रिज का निर्माण शुरू हो जाएगा.

उत्तरकाशी: रविवार (18 जुलाई) रात उत्तरकाशी के मांडो गांव में आई जलप्रलय में 6 साल की मासूम, उसकी मां और ताई काल के गाल में समा गए. मांडो निवासी दीपक भट्ट और उनकी पत्नि ऋतु भट्ट अपनी 6 साल की बेटी ईशु भट्ट के साथ 15 दिन पहले ही दिल्ली से मांडो लौटे थे. लेकिन इस प्राकृतिक आपदा में पूरा परिवार तबाह हो गया.

18 जुलाई को उत्तरकाशी आपदा में एक 6 साल की मासूम, मां व ताई मलबे में जिंदा दफन हो गए. जानकारी के मुताबिक घटना के वक्त ऋतु भट्ट (32 वर्षीय) पत्नी दीपक भट्ट व जेठानी माधुरी भट्ट (36 वर्षीय) पत्नी देवानंद भट्ट घर पर मौजूद थीं. वहीं, ईशु घटना के वक्त सो रही थी. जानकारी के मुताबिक जैसे ही गदेरा आया तो माधुरी और ऋतु बेटी ईशु को लेकर घर की छत की ओर भागे. लेकिन, तब तक गदेरा के मलबे में तीनों गायब हो चुके थे.

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घटना के बाद जिला प्रशासन की खोज-बचाव टीम सहित SDRF और पुलिस ने मौके पर रेस्क्यू किया. लेकिन तीनों का कुछ पता नहीं चल पाया. वहीं, सोमवार सुबह करीब 3 बजे तीनों के शव घर के पास मलबे में दबे मिले. जिनका सोमवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया.

जानकारी के मुताबिक दीपक भट्ट व पत्नी ऋतु भट्ट दोनों दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. ऑफिस वर्क फ्रॉम होम होने के कारण दीपक व ऋतु बेटी के साथ उत्तरकाशी आ गए थे. दीपक व ऋतु दोनों घर से ही वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे.

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खुद रास्ता बना रहे ग्रामीण: उत्तरकाशी के कंकराड़ी गांव की तबाही के सैलाब से साड़ा पुल भी बह चुका है. मौके पर अब एक बड़ी खाई बन चुकी है. वहीं, पुल बहने के कारण बाड़ागड्डी सहित उप-तहसील धौन्तरी का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है. जिस कारण पुल से सटे मानपुर, थलन व साड़ा गांव के लोग खाई से जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं.

खुद रास्ता बनाने को मजबूर ग्रामीण.

हालांकि, दूसरी तरफ दो दिन बाद भी प्रशासन के मौके पर नहीं पहुंचने पर मानपुर और थलन के ग्रामीणों ने स्वयं वैकल्पिक पैदल मार्ग बनाना शुरू कर दिया है. जिसका आधा काम भी हो चुका है. वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरएस खत्री ने बताया कि भटवाड़ी से वैली ब्रिज के पार्ट लोड होकर मंगलवार देर रात तक साड़ा पुल के पास पहुंच जाएंगे. बुधवार सुबह वैली ब्रिज का निर्माण शुरू हो जाएगा.

Last Updated : Jul 20, 2021, 9:50 PM IST
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