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श्राइन बोर्ड विधेयक को लेकर पुरोहितों ने फूंका विधायक और मुख्यमंत्री का पुतला - shrine board

श्राइन बोर्ड विधेयक के खिलाफ अब चारधाम के पुरोहितों ने लड़ाई को आंदोलन का रूप दे दिया है. वहीं, श्राइन बोर्ड के खिलाफ गंगोत्री और बदरीनाथ के पुरोहितों ने सयुंक्त रूप से गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का पुतला फूंका.

priests burnt dummy
पुरोहित
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Published : Dec 11, 2019, 11:12 PM IST

उत्तरकाशी: प्रदेश सरकार की ओर से पास किए गए श्राइन बोर्ड विधेयक के खिलाफ अब चारधाम के पुरोहितों ने लड़ाई को आंदोलन का रूप दे दिया है. वहीं, श्राइन बोर्ड के खिलाफ गंगोत्री और बदरीनाथ के पुरोहितों ने सयुंक्त रूप से गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का पुतला फूंका. साथ ही प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

बुधवार को गंगोत्री धाम और बदरीनाथ धाम के पुरोहित समाज के लोग मुख्य बाजार में एकत्रित हुए. वहां से जुलूस के रूप में विधायक गोपाल रावत और मुख्यमंत्री का पुतला लेकर कंडार देवता मन्दिर के समीप पहुंचे, जहां पर पुतला दहन किया गया. साथ ही कहा कि जब तक सरकार इस विधेयक को समाप्त नहीं करती है, तब तक धरना जारी रहेगा. साथ ही सरकार को आगामी चुनाव के लिए भी चुनौती भी दी.

पुतला फूंका.

ये भी पढ़ें: पत्नी संग नोबेल पुरस्कार ग्रहण करने पहुंचे अभिजीत बनर्जी

इस दौरान गंगोत्री धाम के सहसचिव राजेश सेमवाल ने कहा कि आज त्रिवेंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया. सरकार का कपट पहले ही सामने आ गया. वहीं, बदरीनाथ धाम के पुरोहित रामनरेश का कहना है कि यह विधेयक विधायकों की अनदेखी से पारित हुआ है, इसलिए इस बार प्रदेश सरकार को इसका अंजाम भुगतना होगा.

उत्तरकाशी: प्रदेश सरकार की ओर से पास किए गए श्राइन बोर्ड विधेयक के खिलाफ अब चारधाम के पुरोहितों ने लड़ाई को आंदोलन का रूप दे दिया है. वहीं, श्राइन बोर्ड के खिलाफ गंगोत्री और बदरीनाथ के पुरोहितों ने सयुंक्त रूप से गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का पुतला फूंका. साथ ही प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

बुधवार को गंगोत्री धाम और बदरीनाथ धाम के पुरोहित समाज के लोग मुख्य बाजार में एकत्रित हुए. वहां से जुलूस के रूप में विधायक गोपाल रावत और मुख्यमंत्री का पुतला लेकर कंडार देवता मन्दिर के समीप पहुंचे, जहां पर पुतला दहन किया गया. साथ ही कहा कि जब तक सरकार इस विधेयक को समाप्त नहीं करती है, तब तक धरना जारी रहेगा. साथ ही सरकार को आगामी चुनाव के लिए भी चुनौती भी दी.

पुतला फूंका.

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इस दौरान गंगोत्री धाम के सहसचिव राजेश सेमवाल ने कहा कि आज त्रिवेंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया. सरकार का कपट पहले ही सामने आ गया. वहीं, बदरीनाथ धाम के पुरोहित रामनरेश का कहना है कि यह विधेयक विधायकों की अनदेखी से पारित हुआ है, इसलिए इस बार प्रदेश सरकार को इसका अंजाम भुगतना होगा.

Intro:उत्तरकाशी। प्रदेश सरकार की और पास किये गए श्राइन बोर्ड विधेयक के खिलाफ अब चारधाम के पुरोहितों ने लड़ाई को आंदोलन का रूप दे दिया है। श्राइन बोर्ड के खिलाफ गंगोत्री और बद्रीनाथ के पुरोहितों ने सयुंक्त रूप से गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का पुतला फूंका। साथ ही कहा कि अब जब तक सरकार इस विधेयक को समाप्त नहीं करती है। तब तक यह धरना जारी रहेगा। Body:वीओ-1, बुधवार को गंगोत्री धाम और बद्रीनाथ धाम के पुरोहित समाज के लोग मुख्य बाजार में एकत्रित हुए। वहां से जुलूस के रूप में पुरोहित समाज के लोग विधायक गोपाल रावत और मुख्यमंत्री का पुतला लेकर कंडार देवता मन्दिर के समीप पहुंचे। जहां पर गोपाल रावत और त्रिवेंड रावत का पुतला दहन किया गया। साथ ही प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही सरकार को आगामी चुनाव के लिए भी चुनोती दी। Conclusion:वीओ-2, गंगोत्री धाम के सहसचिव राजेश सेमवाल ने कहा कि आज त्रिवेंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया। साथ ही सरकार का कपट पहले ही सामने आ गया था। साथ ही बद्रीनाथ धाम के पुरोहित रामनरेश का कहना है कि यह विधेयक विधायको की अनदेखी से पारित हुआ है। इसलिए इस बार प्रदेश सरकार को इसका अंजाम भुगतना होगा।
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