उत्तरकाशी: उत्तराखंड चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) अपने अंतिम पड़ाव में है, लेकिन सरकार और प्रशासन ने चारधाम में सुविधाओं और व्यवस्थाओं को लेकर जो दावा किया था, वो अभीतक पूरा नहीं हुआ है. यही कारण है कि मॉनसून सीजन के बाद जैसे ही चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की भीड़ बढ़ी व्यवस्थाएं पहले ही तरह चौपट हो गई. यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) में ये हाल है कि पैदल मार्ग पर भी जाम लग रहा (Pilgrims are facing problems) है. अन्य इंतजामों की तो बात करना ही बेमानी होगा (mismanagement of Yamunotri Dham).
उत्तराखंड में जैसे-जैसे मॉनसून की रफ्तार कम हो रही है, वैसे ही तीर्थयात्रियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. वहीं उत्तराखंड चारधाम यात्रा अपने अंतिम पड़ाव में होने की वजह से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शन करने के लिए चारधाम पहुंच रहे है. अक्टूबर महीने के आखिर में चारधाम के कपाट शीतकालीन के लिए बंद कर दिए जाएंगे.
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यमुनोत्री धाम के कपाट भी 26 अक्टूबर को भैयादूज के पावन पर्व पर बंद होने हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में मां यमुनोत्री के दर्शन करने के लिए यमुनोत्री धाम पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां फैली अव्यवस्थाओं के कारण तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
यमुनोत्री धाम ने फैली अव्यवस्थाओं का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वहां पर पैदल मार्ग पर भी जाम लग रहा है. यमुनोत्री धाम में ये स्थिति पहली बार नहीं, बल्कि यात्रा शुरू होने के दौरान से देखने को मिल रही है. कुछ दिनों पहले उत्तरकाशी जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम में व्यवस्थाओं का जायला लिया था, बावजूद इसके स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. जिसका खामियाजा तीर्थयात्रियों को भुगतना पड़ रहा है.