ETV Bharat / state

यमुना घाटी बंद के चलते दुकानों में लटके रहे ताले, यात्री दिनभर रहे भूखे-प्यासे

पुरोला में मुस्लिम युवक की ओर से नाबालिग हिंदू लड़की भगाने की साजिश के बाद माहौल गरमाया हुआ है. आज पुरोला में महापंचायत होनी थी, लेकिन प्रशासन की अनुमति नहीं मिली. इतना ही नहीं पुरोला में धारा 144 लागू की गई है. जिसके विरोध में यमुनाघाटी में बंद का आह्वान किया गया. जिसके बाद दुकानें और होटलें बंद रखी गई. जिसका खामियाजा यात्रियों और स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ा. लोग भूख प्यास से परेशान रहे.

Barkot market Closed
यमुना घाटी बंद
author img

By

Published : Jun 15, 2023, 5:10 PM IST

उत्तरकाशीः पुरोला में धारा 144 लगने के बाद यमुना घाटी बंद का आह्वान का व्यापक असर देखने को मिला. जिसके चलते यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव बड़कोट में दुकानें और होटलें बंद रही. पुलिस प्रशासन के सख्त पहरे की मार से स्थानीय लोगों के साथ यात्री भी परेशान रहे. होटलों के बंद होने से यात्रियों को भूख प्यास झेलनी पड़ी. इसके अलावा दूर दराज से जरूरी काम से बाजार आए लोगों को भी काफी परेशानी हुई. बाजार बंद होने की वजह से उन्हें मायूस होकर अपने घरों को लौटना पड़ा.

Barkot market Closed
दुकानों में लटके रहे ताले

दरअसल, पुरोला में महापंचायत के ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन ने शांति और सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए सख्त पहरा लगा दिया था. इतना ही नहीं पुरोला में धारा 144 लागू कर बॉर्डर सील कर दी थी. इसके अलावा जगह-जगह पर लोगों को रोक कर चेकिंग और पूछताछ की जा रही थी. ताकि पुरोला में महापंचायत में लोग पहुंच न सके. पुलिस प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू करने के विरोध में यमुना घाटी व्यापार मंडल ने बाजार बंद रखा. साथ ही पुरोला कूच का निर्णय लिया था, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उनकी एक न चली.
ये भी पढ़ेंः पुरोला में धारा 144 के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन, केशव गिरि समेत कई गिरफ्तार, अब 25 जून को होगी महापंचायत

वहीं, व्यापारियों ने बड़कोट में बाजार बंद रखा. ऐसे में होटल दुकानें बंद होने की वजह से यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए यात्रियों के अलावा स्थानीय लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. यात्रियों को खाना, पानी, फल, दूध आदि नहीं मिला. जिसके लिए वे दर दर भटकते नजर आए. बड़कोट में केवल मेडिकल स्टोर ही खुले नजर आए. ऐसे में यात्री मेडिकल संचालकों से पूछते हुए नजर आए कि क्या मामला है और बाजार कब खुलेगा?

Barkot market Closed
बड़कोट में दुकानें बंद

बड़कोट के एक मेडिकल स्टोर संचालक देवेंद्र रतूड़ी ने बताया यात्रियों की अपेक्षा दूर दराज से आए ग्रामीण ज्यादा परेशान दिखे. उन्हें खाने-पीने के साथ आवश्यक घरेलू सामान की खरीदारी करनी थी, लेकिन दुकानें बंद होने से उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. वहीं, यमुना घाटी में इकलौते प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एलम सिंह भंडारी के पास यमुनोत्री क्षेत्र के गीठ पट्टी से लेकर मोरी क्षेत्र से बच्चों को दिखाने लाते हैं, लेकिन बंद के चलते मरीजों का काफी परेशानी हुई.
ये भी पढ़ेंः तनावपूर्ण माहौल के बीच 12 मुस्लिम व्यापारियों ने छोड़ा पुरोला, यमुनाघाटी में 15 दुकानें खाली

पुरोला में भीड़ न जुटे, इसे देखते हुए जगह-जगह रोककर उनसे पूछताछ की जा रही थी. जिसके कारण दूर दराज से आए बच्चों, अभिभावकों को घंटों तक इंतजार करने के बाद बड़कोट डॉक्टर के पास आ सके. मोरी क्षेत्र आए रामदेव ने बताया वो घर से सुबह निकले थे, लेकिन जगह-जगह रोके जाने के कारण वो करीब एक बजे बड़कोट पहुंच पाए. अब उनका समय से गांव पहुंच पाना मुश्किल है. इसी तरह जानकीचट्टी से सोहन लाल, विनोद कुमार को बच्चों के साथ बड़कोट पहुंचने में परेशानी हुई.

Barkot market Closed
यमुना घाटी बंद के चलते लोग परेशान

उत्तरकाशीः पुरोला में धारा 144 लगने के बाद यमुना घाटी बंद का आह्वान का व्यापक असर देखने को मिला. जिसके चलते यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव बड़कोट में दुकानें और होटलें बंद रही. पुलिस प्रशासन के सख्त पहरे की मार से स्थानीय लोगों के साथ यात्री भी परेशान रहे. होटलों के बंद होने से यात्रियों को भूख प्यास झेलनी पड़ी. इसके अलावा दूर दराज से जरूरी काम से बाजार आए लोगों को भी काफी परेशानी हुई. बाजार बंद होने की वजह से उन्हें मायूस होकर अपने घरों को लौटना पड़ा.

Barkot market Closed
दुकानों में लटके रहे ताले

दरअसल, पुरोला में महापंचायत के ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन ने शांति और सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए सख्त पहरा लगा दिया था. इतना ही नहीं पुरोला में धारा 144 लागू कर बॉर्डर सील कर दी थी. इसके अलावा जगह-जगह पर लोगों को रोक कर चेकिंग और पूछताछ की जा रही थी. ताकि पुरोला में महापंचायत में लोग पहुंच न सके. पुलिस प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू करने के विरोध में यमुना घाटी व्यापार मंडल ने बाजार बंद रखा. साथ ही पुरोला कूच का निर्णय लिया था, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उनकी एक न चली.
ये भी पढ़ेंः पुरोला में धारा 144 के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन, केशव गिरि समेत कई गिरफ्तार, अब 25 जून को होगी महापंचायत

वहीं, व्यापारियों ने बड़कोट में बाजार बंद रखा. ऐसे में होटल दुकानें बंद होने की वजह से यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए यात्रियों के अलावा स्थानीय लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. यात्रियों को खाना, पानी, फल, दूध आदि नहीं मिला. जिसके लिए वे दर दर भटकते नजर आए. बड़कोट में केवल मेडिकल स्टोर ही खुले नजर आए. ऐसे में यात्री मेडिकल संचालकों से पूछते हुए नजर आए कि क्या मामला है और बाजार कब खुलेगा?

Barkot market Closed
बड़कोट में दुकानें बंद

बड़कोट के एक मेडिकल स्टोर संचालक देवेंद्र रतूड़ी ने बताया यात्रियों की अपेक्षा दूर दराज से आए ग्रामीण ज्यादा परेशान दिखे. उन्हें खाने-पीने के साथ आवश्यक घरेलू सामान की खरीदारी करनी थी, लेकिन दुकानें बंद होने से उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. वहीं, यमुना घाटी में इकलौते प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एलम सिंह भंडारी के पास यमुनोत्री क्षेत्र के गीठ पट्टी से लेकर मोरी क्षेत्र से बच्चों को दिखाने लाते हैं, लेकिन बंद के चलते मरीजों का काफी परेशानी हुई.
ये भी पढ़ेंः तनावपूर्ण माहौल के बीच 12 मुस्लिम व्यापारियों ने छोड़ा पुरोला, यमुनाघाटी में 15 दुकानें खाली

पुरोला में भीड़ न जुटे, इसे देखते हुए जगह-जगह रोककर उनसे पूछताछ की जा रही थी. जिसके कारण दूर दराज से आए बच्चों, अभिभावकों को घंटों तक इंतजार करने के बाद बड़कोट डॉक्टर के पास आ सके. मोरी क्षेत्र आए रामदेव ने बताया वो घर से सुबह निकले थे, लेकिन जगह-जगह रोके जाने के कारण वो करीब एक बजे बड़कोट पहुंच पाए. अब उनका समय से गांव पहुंच पाना मुश्किल है. इसी तरह जानकीचट्टी से सोहन लाल, विनोद कुमार को बच्चों के साथ बड़कोट पहुंचने में परेशानी हुई.

Barkot market Closed
यमुना घाटी बंद के चलते लोग परेशान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.