उत्तरकाशी: जनपद के मनरेगा से जुड़े सभी कर्मचारियों के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में सर्वसम्मति से मनरेगा संगठन की नई जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया. इसके साथ ही मनरेगा कर्मियों की विभिन्न मांगों और समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया. मनरेगा कर्मियों ने हाल ही में मनरेगा के इंजीनियरों और मनरेगा सहायक कर्मियों के स्थानांतरण पर भी सवाल उठाए और शासन-प्रशासन से उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई की मांग की.
जिले के मनरेगा क्रमिक संगठन की प्रदेश अध्यक्ष सुंदरमणि सेमवाल की अध्यक्षता में ब्रह्मखाल में बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें जिले की नवीन कार्यकारिणी का गठन किया गया. बैठक में सर्वसम्मति से विपिन चन्द्र रमोला को सरंक्षक, विमल राणा को अध्यक्ष सहित समीम बेग उपाध्यक्ष, धीरज रावत कोषाध्यक्ष, रविन्द्र रावत सचिव और यशवंत सिंह और रघुवीर राणा को महासचिव चुना गया.
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बैठक में मनरेगा संगठन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष विमल राणा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने जिस प्रकार से जीरो टॉलरेंस नीति के तहत मनरेगा के जूनियर इंजीनियरों और मनरेगा सहायकों का स्थानांतरण किया वह न्याय संगत नहीं है. अल्प वेतन में सेवाएं देने के बावजूद भी मनरेगा कर्मचारियों के साथ न्याय नहीं किया गया है. इसलिए उन्होंने संगठन की ओर से शासन-प्रशासन से उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.