उत्तरकाशी: द्रौपदी का डांडा-2 में आए एवलॉन्च के कारण उत्तरकाशी भटवाड़ी प्रखंड की पर्वतारोही नवमी रावत की भी मौत हुई है. आज सभी ग्रामीणों, क्षेत्र के लोगों और जनप्रतिनिधियों सहित पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने नम आंखों से पर्वतारोही नवमी रावत को अंतिम विदाई. आज पर्वतारोही नवमी रावत का अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में क्षेत्र के हजारों लोगों की भीड़ जुटी.
बताते चले कि बीते मंगलवार को प्रशिक्षण कैंप 'द्रोपदी का डांडा-2' पर एवलॉन्च की घटना में 24 प्रशिक्षणार्थियों और दो प्रशिक्षक जिसमें पर्वतारोही नवमी रावत की मृत्यु भी हुई. वहीं लोन्थरु गांव की निवासी माउंट एवरेस्ट विजेता सविता को कल शाम को ही उनके पैतृक घाट पर जल समाधि दी गई. आज पर्वतारोही भुक्की गांव निवासी नवमी रावत का दाह संस्कार उनके पैतृक घाट पर किया गया. कम उम्र में हजारों सपनों को संजोये इस बेटी का जज्बा सभी के लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगा.
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इस दौरान पूर्व विधायक सजवाण ने कहा सविता कंसवाल और नवमी रावत के रूप मे आज उत्तरकाशी ने वो चमकता हुआ हीरा खो दिया जिसकी पूर्ति कर पाना असंभव है. दोनों बेटियां उत्तरकाशी के स्मृति पटल पर हमेशा जीवंत रहेगी. आसमान छूती चोटियों को लांघने वाली युवा और होनहार पर्वतारोही नवमी रावत की शादी इसी वर्ष दिसंबर माह में तय थी.
परिवार के सदस्य भी तैयारियों में जुटे गए थे, मगर कुदरत को कुछ और मंजूर था. 4 अक्टूबर को द्रौपदी का डांडा में आए हिमस्खलन ने इस बेटी की बड़ी उम्मीदों और सपनों को क्रेवास में दफन कर दिया. इस घटना ने नवमी के स्वजन सदमे में हैं, जबकि सेना में तैनात उनका मंगेतर भी बेहद ही दुखी है, जो घटना की सूचना मिलते ही छुट्टी लेकर पहुंचा है.