ETV Bharat / state

मायके से गंगोत्री के लिए रवाना हुई मां गंगा की डोली, आज भैरो घाटी में होगा रात्रि विश्राम - उत्तराखंड समाचार

मंगलवार को अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान से खोले जाएंगे. इसी क्रम में शीतकालीन मंदिर से मां गंगा की डोली 12.35 बजे आर्मी बैंड की धुनों के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई.

गंगोत्री धाम के लिए रवाना होती मां गंगा की डोली.
author img

By

Published : May 6, 2019, 5:26 PM IST

Updated : May 6, 2019, 6:26 PM IST

उत्तरकाशीः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की शुरुआत कल से होने जा रही है. मंगलवार को अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान से खोले जाएंगे. इसी क्रम में शीतकालीन मंदिर से मां गंगा की डोली दोपहर 12.35 बजे आर्मी बैंड की धुनों के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई. गंगा मैया की डोली आज रात भैरो घाटी में रात्रि विश्राम करेगी, जिसके बाद कल सुबह अपने धाम गंगोत्री पहुंचेगी. यहां पर विशेष पूजा अर्चना के बाद सुबह 11.30 बजे मंदिर के कपाट 6 महीने के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे.

गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई मां गंगा की डोली.


बतां दें कि मां गंगा की डोली 6 महीने के लिए शीतकालीन मंदिर मुखबा में प्रवास करती है. छह महीने गंगोत्री धाम में प्रवास करती है. जहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन करते हैं. इसी के तहत मंगलवार सुबह से ही शीतकालीन प्रवास मुखबा में मां गंगा की विदा के लिए धराली और उपला टकनोर के ग्रामीण समेत देश-विदेश के सैंकड़ों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. स्थानीय लोग फाफरे का भोग और कंडे के साथ गंगा जी के शीतकालीन मंदिर मुखबा पहुंचे. जहां पर उन्होंने भोग को मंदिर में चढ़ाया. जिसके बाद दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर विशेष पूजा अर्चना के बाद महर रेजिमेंट के आर्मी बैंड की धुनों के साथ मां गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिये रवाना हुई.

ये भी पढ़ेंः CBSE 10th Result: टॉप थ्री में उत्तराखंड के 3 छात्र, 13 छात्रों को मिले 499 अंक

मां गंगा को बेटी की तरह 6 महीने मुखबा में रखने के बाद विदा करते समय ग्रामीणों के आंखों में आंसू छलक आये. महिलाएं भी हाथों में धूप-बत्ती लेकर डोली को नम आंखों से विदाई देती नजर आईं. वहीं, कोपांग में आईटीबीपी के जवानों ने श्रद्धालुओं के लिए फलाहार की व्यवस्था भी की.

गंगोत्री धाम मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल ने कहा कि गंगा जी की डोली रात्रि विश्राम भैरो घाटी के भैरव मंदिर में करेगी. जिसके बाद गंगा जी की डोली सुबह गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी. उन्होंने बताया कि गंगोत्री पहुंचकर विशेष पूजा अर्चना के बाद 11.30 बजे गंगा मैया के मंदिर के कपाट 6 महीने के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे. साथ ही कहा कि मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई है.

उत्तरकाशीः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की शुरुआत कल से होने जा रही है. मंगलवार को अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान से खोले जाएंगे. इसी क्रम में शीतकालीन मंदिर से मां गंगा की डोली दोपहर 12.35 बजे आर्मी बैंड की धुनों के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई. गंगा मैया की डोली आज रात भैरो घाटी में रात्रि विश्राम करेगी, जिसके बाद कल सुबह अपने धाम गंगोत्री पहुंचेगी. यहां पर विशेष पूजा अर्चना के बाद सुबह 11.30 बजे मंदिर के कपाट 6 महीने के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे.

गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई मां गंगा की डोली.


बतां दें कि मां गंगा की डोली 6 महीने के लिए शीतकालीन मंदिर मुखबा में प्रवास करती है. छह महीने गंगोत्री धाम में प्रवास करती है. जहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन करते हैं. इसी के तहत मंगलवार सुबह से ही शीतकालीन प्रवास मुखबा में मां गंगा की विदा के लिए धराली और उपला टकनोर के ग्रामीण समेत देश-विदेश के सैंकड़ों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. स्थानीय लोग फाफरे का भोग और कंडे के साथ गंगा जी के शीतकालीन मंदिर मुखबा पहुंचे. जहां पर उन्होंने भोग को मंदिर में चढ़ाया. जिसके बाद दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर विशेष पूजा अर्चना के बाद महर रेजिमेंट के आर्मी बैंड की धुनों के साथ मां गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिये रवाना हुई.

ये भी पढ़ेंः CBSE 10th Result: टॉप थ्री में उत्तराखंड के 3 छात्र, 13 छात्रों को मिले 499 अंक

मां गंगा को बेटी की तरह 6 महीने मुखबा में रखने के बाद विदा करते समय ग्रामीणों के आंखों में आंसू छलक आये. महिलाएं भी हाथों में धूप-बत्ती लेकर डोली को नम आंखों से विदाई देती नजर आईं. वहीं, कोपांग में आईटीबीपी के जवानों ने श्रद्धालुओं के लिए फलाहार की व्यवस्था भी की.

गंगोत्री धाम मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल ने कहा कि गंगा जी की डोली रात्रि विश्राम भैरो घाटी के भैरव मंदिर में करेगी. जिसके बाद गंगा जी की डोली सुबह गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी. उन्होंने बताया कि गंगोत्री पहुंचकर विशेष पूजा अर्चना के बाद 11.30 बजे गंगा मैया के मंदिर के कपाट 6 महीने के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे. साथ ही कहा कि मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई है.

Intro:हेडलाइन- गंगा जी की डोली गंगोत्री रवाना। उत्तरकाशी। घरों से मुखबा सहित धराली और उपला टकनोर के ग्रामीण हाथों पर फाफरे का भोग और कंडे के साथ पहुंचे और मुखबा गंगा जी के शीतकालीन मंदिर में जमा किया। 12.35 पर माँ गंगे की डोली मुखबा गांव से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। तो महिलाएं हाथ मे धूप जलाकर खड़ी थी, और आंखों में आंसू थे। क्योंकि मुखबा के ग्रामीण माँ को बेटी की तरह 6 माह के लिए विदा कर रहे थे। बुधवार से माँ गंगा 6 माह तक गंगोत्री धाम में प्रवास करेगी। जहां पर हर वर्ष लाखों श्रद्धालु माँ गंगा का दर्शन लाभ प्राप्त करते हैं। गंगा मैया की डोली आज रात को भैरो घाटी में रात्रि विश्राम करेगी।


Body:वीओ-1, मंगलवार सुबह से माँ गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में उपला टकनोर के ग्रामीणों सहित देश विदेश के श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित हुए थे। ग्रामीण माँ गंगे के कंडे के साथ गंगा मंदिर प्रांगण में पहुंचे। वहीं इस मौके पर महर रेजिमेंट के आर्मी बैंड की धुनों ने भी बर्फीली वादियों में समा बांध दिया। विशेष पूजा अर्चना के बाद 12.35 दोपहर को माँ गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिये रवाना हुई। मुखबा और धराली गांव के समेश्वर देवता की डोली ने मां गंगा को मुखबा से 2 किमी दूर मार्कण्डेय मंदिर तक विदा किया। उसके बाद मां गंगा की डोली जांगला पैदल मार्ग से भैरो घाटी के लिए रवाना हुई। कोपांग में आईटीबीपी के जवानों की और से श्रद्धालुओं के लिए फलाहार की व्यवस्था की गई।


Conclusion:वीओ-2, गंगोत्री धाम मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल ने कहा कि गंगा जी की डोली रात्रि विश्राम भैरो घाटी के भैरव मंदिर में करेगी। उसके बाद गंगा जी की डोली सुबह गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी। गंगोत्री पहुंच कर विशेष पूजा अर्चना के बाद 11.30 अपराह्न में गंगा मैया के मंदिर के कपाट 6 माह के लिए श्रद्धालुओ के लिए खोल दिये जायेंगे। कहा कि मंदिर समिति की और से श्रद्धालुओं के यात्रा की सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद की गई है। बाईट- दीपक सेमवाल,सचिव गंगोत्री मंदिर समिति।
Last Updated : May 6, 2019, 6:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.