उत्तरकाशी: जिले के सुदूरवर्ती मोरी तहसील के स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने सतलुज जल विद्युत परियोजना लिमिटेड के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर किये धरने के दौरान हुए मुकदमों को वापस लेने की मांग की है. स्थानीय लोगों ने बताया कि एसजेवीएल और उसके कार्यदायी संस्था जेपी कंपनी के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों पर मुकदमे करवाए थे. लेकिन वह सब फर्जी मुकदमे थे. क्योंकि, स्थानीय लोग अपने हक-हकूक की मांग कर रहे थे.
स्थानीय निवासी मनमोहन सिंह चौहान के नेतृत्व में मोरी तहसील के जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान उन्होंने कहा कि एसजेवीएल की कार्यदायी संस्था की और से नैटवाड़ जल विद्युत परियोजना से स्थानीय लोगों को काम से हटा दिया गया था. जिसके विरोध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और लोगों ने धरना प्रदर्शन किया.
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वहीं, जिला प्रशासन और जल विद्युत परियोजना के अधिकारियों के आश्वासन के साथ धरना समाप्त करवाया गया था कि स्थानीय लोगों को परियोजना में रोजगार दिया जाएगा. लेकिन रोजगार के स्थान पर 18 लोगों पर फर्जी मुकदमों में फंसा दिया गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर 10 दिन के भीतर मुकदमे वापस नहीं लिए जाते हैं, तो आगे उग्र आंदोलन करेंगे.