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GROUND REPORT: गंगोत्री हाईवे पर लगातार हो रहा भूस्खलन बना 'नासूर', खतरे की जद में 10 गांव

गंगोत्री हाइवे पर लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण 10 गांवों की लाइफलाइन ज्ञानशू-सालड मोटर मार्ग कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकती है. लेकिन भुस्खलन को रोकने के लिए मात्र निरीक्षण और जांच कमेटियां ही बन पाई हैं. स्थाई ट्रीटमेंट के लिए ना ही एनएचएआईडीसीएल और ना ही प्रशासन के पास कोई प्लान नहीं है.

गंगोत्री हाईवे पर लगातार हो रहा भूस्खलन
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Published : Jul 25, 2019, 11:47 PM IST

Updated : Jul 26, 2019, 12:18 PM IST

उत्तरकाशी: गंगोत्री हाइवे पर चुंगी बड़ेथी में ऑल वेदर रोड के लिए हो रहे पहाड़ी कटान के बाद भूस्खलन सक्रिय हो गया है. जो अब वरुणा घाटी के 10 गांवों के लिए खतरा बनता जा रहा है. इस भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट न होने के कारण ज्ञानशू-सालड-उपरिकोट मोटर मार्ग पर भी खतरा मंडराने लगा है.

गंगोत्री हाइवे पर हो रहे भूस्खलन से कई गांव खतरे में

दरअसल, गंगोत्री हाइवे पर चुंगी बड़ेथी में एनएचएआईडीसीएल की ओर से सड़क चौड़ीकरण और डेंजर जोन का ट्रीटमेंट वर्क किया जा रहा है. लेकिन यह ट्रीटमेंट ही अब गंगोत्री हाइवे के लिए दो सप्ताह से नासूर बना हुआ है. जिसके कारण यहां लगातार भूस्खलन हो रहा है. जिसके कारण आए दिन गंगोत्री हाइवे बन्द हो रहा है.

पढे़ं- ट्रांसफर एक्ट को लेकर शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से मांगी माफी, सचिव की लापरवाही पर जताई नाराजगी

वहीं समय पर ट्रीटमेंट ना होने के कारण बसूंगा गांव से ज्ञानशू सेरा की सिंचाई के लिए जाने वाली नहर भी क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिसके बाद से यहां लगातार भूस्खलन बढ़ता जा रहा है. जो ऊपर से जा रही ज्ञानशू-सालड-उपरिकोट मोटर मार्ग के लिए बड़ा खतरा बन गया है. बता दें कि यह सड़क वरुणा घाटी के 10 गांवों की लाइफलाइन है. लेकिन उसके बाद भी अभी तक एनएचएआईडीसीएल और प्रशासन की ओर से इसके ट्रीटमेंट के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है.

इस भूस्खलन का जल्द ही कोई स्थाई ट्रीटमेंट नहीं किया गया, तो 10 गांवों की लाइफलाइन ज्ञानशू-सालड मोटर मार्ग कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकती है. लेकिन भुस्खलन को रोकने के लिए मात्र निरीक्षण और जांच कमेटियां ही बन पाई हैं. स्थायी ट्रीटमेंट के लिए ना ही एनएचएआईडीसीएल और ना ही प्रशासन के पास कोई प्लान नहीं है.

उत्तरकाशी: गंगोत्री हाइवे पर चुंगी बड़ेथी में ऑल वेदर रोड के लिए हो रहे पहाड़ी कटान के बाद भूस्खलन सक्रिय हो गया है. जो अब वरुणा घाटी के 10 गांवों के लिए खतरा बनता जा रहा है. इस भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट न होने के कारण ज्ञानशू-सालड-उपरिकोट मोटर मार्ग पर भी खतरा मंडराने लगा है.

गंगोत्री हाइवे पर हो रहे भूस्खलन से कई गांव खतरे में

दरअसल, गंगोत्री हाइवे पर चुंगी बड़ेथी में एनएचएआईडीसीएल की ओर से सड़क चौड़ीकरण और डेंजर जोन का ट्रीटमेंट वर्क किया जा रहा है. लेकिन यह ट्रीटमेंट ही अब गंगोत्री हाइवे के लिए दो सप्ताह से नासूर बना हुआ है. जिसके कारण यहां लगातार भूस्खलन हो रहा है. जिसके कारण आए दिन गंगोत्री हाइवे बन्द हो रहा है.

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वहीं समय पर ट्रीटमेंट ना होने के कारण बसूंगा गांव से ज्ञानशू सेरा की सिंचाई के लिए जाने वाली नहर भी क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिसके बाद से यहां लगातार भूस्खलन बढ़ता जा रहा है. जो ऊपर से जा रही ज्ञानशू-सालड-उपरिकोट मोटर मार्ग के लिए बड़ा खतरा बन गया है. बता दें कि यह सड़क वरुणा घाटी के 10 गांवों की लाइफलाइन है. लेकिन उसके बाद भी अभी तक एनएचएआईडीसीएल और प्रशासन की ओर से इसके ट्रीटमेंट के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है.

इस भूस्खलन का जल्द ही कोई स्थाई ट्रीटमेंट नहीं किया गया, तो 10 गांवों की लाइफलाइन ज्ञानशू-सालड मोटर मार्ग कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकती है. लेकिन भुस्खलन को रोकने के लिए मात्र निरीक्षण और जांच कमेटियां ही बन पाई हैं. स्थायी ट्रीटमेंट के लिए ना ही एनएचएआईडीसीएल और ना ही प्रशासन के पास कोई प्लान नहीं है.

Intro:चुंगी बड़ेथी में गंगोत्री हाइवे पर हो रहे आल वेदर रोड के पहाड़ी कटान के बाद सक्रिय हुआ भुस्खलन अब वरुणा घाटी के 10 गांव के लिए भी बड़ी मुसीबत बन रहा है। क्योंकि भुस्खलन जोन का ट्रीटमेंट न होने के कारण 10 गांव की लाइफलाइन ज्ञानशू-सालड-उपरिकोट मोटर मार्ग भी खतरा मंडराने लगा है।। उत्तरकाशी। गत दो सप्ताह से चुंगी बड़ेथी में गंगोत्री हाइवे पर पहाड़ी से भुस्खलन सक्रिय है। पहाड़ी पर भुस्खलन उस स्थान से शुरू हुआ था। जहां पर एनएचएआईडीसीएल की और से सड़क चौड़ीकरण के लिए पहाड़ी का कटाव किया जा रहा था। समय पर ट्रीटमेंट न होने के कारण गत सप्ताह बसूँगा गांव से ज्ञानशू सेरा की सिंचाई के लिए जाने वाली नहर क्षतिग्रस्त हो गई थी। तो अब लगातार भुस्खलन बढ़ता जा रहा है। जो कि ऊपर से जा रही ज्ञानशू-सालड-उपरिकोट मोटर मार्ग के लिए बड़ा खतरा बन गया है। यह सड़क वरुणा घाटी के 10 गांव की लाइफलाइन है। लेकिन उसके बाद भी अभी तक एनएचएआईडीसीएल और प्रशासन की और से इसके ट्रीटमेंट के लिए अभी तक कोई उपाय नहीं सोचा है। गंगोत्री हाइवे पर हो रहे भुस्खलन से 10 गांव की लाइफलाइन को भी खतरे पर etv bharat की ground report.।


Body:वीओ-1, गंगोत्री हाइवे पर चुंगी बड़ेथी में एनएचएआईडीसीएल की और से सड़क चौड़ीकरण और डेंजर जोन का ट्रीटमेंट वर्क किया जा रहा है। लेकिन यह ट्रीटमेंट ही अब गंगोत्री हाइवे के लिए विगत दो सप्ताह से नासूर बना हुआ है। इस ट्रीटमेंट पर लगातार भुस्खलन हो रहा है। जिस कारण आय दिन गंगोत्री हाइवे बन्द हो रहा है। लेकिन इस बढ़ते भुस्खलन को एनएचएआईडीसीएल और प्रशासन की अनदेखी के कारण पहले गत सप्ताह ज्ञानशू सेरा की सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई। तो अब यह भुस्खलन हर दिन बढ़ रहा है । जिससे कि ऊपर से जा रही सड़क ज्ञानशू-सालड-उपरिकोट मोटर मार्ग पर बड़ा खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि पहाड़ी से हो रहे भुस्खलन सड़क से मात्र 50 मीटर की दूरी पर रह गया है।



Conclusion:वीओ-2, वहीं अगर इस भुस्खलन का तत्काल फिलहाल कोई स्थाई ट्रीटमेंट नहीं किया जाता है। तो 10 गांव की लाइफलाइन ज्ञानशू-सालड मोटर मार्ग कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है। तो जहां यह भुस्खलन अभी मात्र गंगोत्री हाईवे के लिए खतरा बना हुआ है। साथ ही ज्ञानशू के ग्रामीण पहले ही नहर क्षतिग्रस्त होने से खेतों में रोपाई नहीं कर पाए हैं। तो अब 10 गांव के ग्रामीणों का जीवन भी प्रभावित हो रहा है। लेकिन भुस्खलन को रोकने के लिए मात्र निरीक्षण और जांच कमेटियां ही बन पाई है। फौरी तौर पर अस्थाई ट्रीटमेंट के लिए न ही एनएचएआईडीसीएल और न ही प्रशासन के पास कोई प्लान नहीं है। जिससे यही लगता है गंगोत्री हाइवे के साथ वरुणा घाटी के ग्रामीणों को इस भुस्खलन का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बाईट- आनंद पंवार,ग्रामीण ज्ञानजा। बाईट- डॉ आशीष चौहान,डीएम उत्तरकाशी।
Last Updated : Jul 26, 2019, 12:18 PM IST
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