उत्तरकाशीः गंगोत्री धाम के पुरोहितों का गुस्सा देवास्थानम् प्रबंधन विधेयक (चारधाम श्राइन बोर्ड) के खिलाफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार को गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने इस विधेयक के खिलाफ शंखनाद रैली निकाली. इस दौरान पुरोहितों ने सरकार से देवास्थान प्रबंधन विधेयक को हटाने की मांग की. साथ ही इसे काला कानून करार दिया. ऐसे में तीर्थपुरोहितों ने मांगें पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
गंगोत्री धाम के पुरोहितों का क्रमिक अनशन चारधाम देवास्थानम् बोर्ड के खिलाफ लगातार जारी है. गुरुवार को भी गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने कलक्ट्रेट परिसर से भैरव चौक और विश्वनाथ चौक से मुख्य बाजार तक शंखनाद कर रैली निकाली. गंगोत्री धाम के पुरोहितों का कहना है कि सरकार उनके हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ कर रही है. जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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बता दें कि गंगोत्री धाम में मुखबा गांव के सेमवाल ब्राह्मण गंगा जी की 6 महीने तक पूजा करते हैं. साथ ही उसके बाद 6 महीने मुखबा में गंगा की विधि-विधान से पूजा करते हैं. जो कि लगातार चारधाम देवास्थानम् बोर्ड का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार इस विधेयक को वापस नहीं लेती है, तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी.