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उत्तरकाशी: 6 घंटे बंद रहा गंगोत्री हाईवे, जवानों ने कंधों पर उठा कर लोगों को कराया रास्ता पार

गंगोत्री हाईवे पर हेल्गुगाड के समीप बड़े- बड़े बोल्डर आने के चलते गंगोत्री हाईवे करीब 6 घंटे बंद रहा. ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर मार्ग पार करना पड़ा.

Boulder news fell on Gangotri highway
लोगों को रास्ता पार करवाती क्यूआरटी टीम.
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Published : Jan 13, 2020, 10:05 PM IST

Updated : Jan 13, 2020, 11:19 PM IST

उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे पर भटवाड़ी और गंगनानी के बीच पहाड़ों से चट्टान खिसकने का सिलसिला लगातार जारी है. सोमवार दोपहर को हेल्गुगाड के समीप बड़े- बड़े बोल्डर आने के चलते गंगोत्री हाईवे करीब 6 घंटे बंद रहा. ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर मार्ग पार करना पड़ा. वहीं बुजुर्गों और बच्चों को क्यूआरटी टीम के जवानों ने कंधों पर उठाकर बड़े-बड़े बोल्डरों के बीच से रास्ता पार करवाया.

बता दें कि विगत एक माह में हेल्गुगाड के समीप तीसरी बार चट्टान खिसकने की घटना हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर हेल्गुगाड के समीप जल्द ही खिसकती चट्टानों का ट्रीटमेंट नहीं किया गया तो यह कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है. पूर्व में घटनास्थल के आसपास के इलाकों में बोल्डर और मलबे के चलते कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं.

पहाड़ से गिरे बोल्डर.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकता है मौसम, ऐसा रहेगा मिजाज

क्यूआरटी टीम के जवान राजेश रावत ने बताया कि मार्ग को बमुश्किल खोला गया है. सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण लगातार खतरा बना हुआ है. किसी भी समय फिर से मार्ग बाधित हो सकता है.

उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे पर भटवाड़ी और गंगनानी के बीच पहाड़ों से चट्टान खिसकने का सिलसिला लगातार जारी है. सोमवार दोपहर को हेल्गुगाड के समीप बड़े- बड़े बोल्डर आने के चलते गंगोत्री हाईवे करीब 6 घंटे बंद रहा. ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर मार्ग पार करना पड़ा. वहीं बुजुर्गों और बच्चों को क्यूआरटी टीम के जवानों ने कंधों पर उठाकर बड़े-बड़े बोल्डरों के बीच से रास्ता पार करवाया.

बता दें कि विगत एक माह में हेल्गुगाड के समीप तीसरी बार चट्टान खिसकने की घटना हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर हेल्गुगाड के समीप जल्द ही खिसकती चट्टानों का ट्रीटमेंट नहीं किया गया तो यह कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है. पूर्व में घटनास्थल के आसपास के इलाकों में बोल्डर और मलबे के चलते कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं.

पहाड़ से गिरे बोल्डर.

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क्यूआरटी टीम के जवान राजेश रावत ने बताया कि मार्ग को बमुश्किल खोला गया है. सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण लगातार खतरा बना हुआ है. किसी भी समय फिर से मार्ग बाधित हो सकता है.

Intro:उत्तरकाशी। गंगोत्री हाईवे पर भटवाड़ी और गंगनानी के बीच हेल्गुगाड के समीप चट्टानों के खिसकने का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार दोपहर को हेल्गुगाड के समीप बड़े- बड़े बोल्डर आने के कारण गंगोत्री हाइवे करीब 6 घण्टे बन्द रहा। तो वहीं स्थानीय ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर मार्ग को पार करना पड़ा। तो वहीं बुजुर्गों और बच्चों को क्यूआरटी टीम ने कंधों और गोद पर उठाकर बड़े-बड़े बोल्डरों के बीच रास्ता पार करवाया। Body:वीओ-1, गंगोत्री हाईवे पर हेल्गुगाड के समीप खिसकती चट्टानें मौत के रूप में लगातार खिसक रही है। विगत एक माह में हेल्गुगाड के समीप तीसरी बार चट्टान खिसकने की घटना हुई है। सोमवार दोपहर को 6 घण्टे मार्ग बंद रहा। जिस कारण स्थानीय लोगों को जान जोखिम में डालकर बड़े-बड़े बोल्डरों के ऊपर से पैदल ही मार्ग पार करना पड़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर हेल्गुगाड के समीप जल्द ही खिसकती चट्टानों के ट्रीटमेंट नहीं किया जाता है। तो यह कभी भी किसी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। क्योंकि पूर्व में घटनास्थल के आसपास के इलाकों में बोल्डर और मलबा आने के कारण दुर्घटनाओं में कई लोगों ने अपनी जान जा चुकी है। Conclusion:वीओ-2, मार्ग बंद होने की सूचना पर बीआरओ सहित पुलिस और एसडीआरएफ और आपदा प्रबधन विभाग की क्यूआरटी टीम मौके पर पहुंची। क्यूआरटी टीम के जवानों ने बुजुर्गों और बच्चों को कंधे पर उठाकर उन्हें मार्ग पार करवाया। क्यूआरटी टीम के जवान राजेश रावत ने बताया कि मार्ग को बमुश्किल खोला गया। क्योंकि सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण लगातार खतरा बना हुआ था। वहीं सभी लोगों को सुरक्षित मार्ग पार करवाया गया।
Last Updated : Jan 13, 2020, 11:19 PM IST
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