उत्तरकाशीः करीब 3,000 मीटर की ऊंचाई पर बसे गंगोत्री धाम में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. सुबह करीब 9 बजे गंगोत्री धाम में बर्फबारी शुरू हुई थी. करीब आधे घंटे गंगोत्री धाम में बर्फबारी हुई. हालांकि धाम के कपाट बंद होने के चलते अब गंगोत्री धाम में सिर्फ साधु समाज के कुछ लोग ही निवास करते हैं. इसके साथ ही गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा और धराली की पहाड़ियों में भी बर्फबारी हुई.
गंगोत्री धाम के पुरोहित पवन सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम में बर्फबारी गुरुवार सुबह करीब 9 बजे हुई है. वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के कारण जनपद मुख्यालय में सर्दी शुरू हो गई है और ठंड का लगातार असर देखने को मिल रहा है.
साथ ही गुरुवार सुबह हर्षिल घाटी की पहाड़ियों में भी बर्फबारी हुई है. प्रधान दिनेश रावत का कहना है कि बर्फबारी अपने सही समय पर शुरू हुई है. इससे ऊंचाई वाले इलाकों के काश्तकारों को भी खेती में भी सहयोग मिलेगा.
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गत वर्ष की बात करें तो 22 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने से पहले ही सीजन की पहली बर्फबारी हो गई थी. तो वहीं इस वर्ष 7 नवम्बर को गंगोत्री धाम में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. पिछले कुछ वर्षों से धाम में दिसम्बर माह में बर्फबारी देखने को मिलती थी, लेकिन गत वर्ष और इस वर्ष हुई बर्फबारी ने विगत 9 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.