उत्तरकाशी: गंगोत्री नेशनल पार्क के नेलांग घाटी में बीते मंगलवार को एक मादा हिम तेंदुए की मौत हो गई. जिससे पार्क प्रशासन में हड़कंप मच गया. हालांकि, पार्क प्रशासन का कहना है कि बीमार होने के कारण तेंदुआ शिकार करने में असमर्थ था. जिस वजह से उसकी मौत हो गई. वहीं, मृत हिम तेंदुए का बिसरा सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया है. जबकि, पिछले तीन साल के भीतर 3 हिम तेंदुए की मौत पार्क प्रशासन के लिए चिंता का सबब बना हुआ है.
गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप पंवार ने बताया कि नेलांग घाटी के समीप एक हिम तेंदुआ बीमार अवस्था में दिखा था. जिसकी जानकारी कर्मचारियों ने अधिकारियों को दी. सूचना पर गंगोत्री नेशनल पार्क के डीएफओ समेत मेडिकल की टीम मंगलवार को नेलांग घाटी पहुंची, जहां पर टीम के पहुंचने से पहले हिम तेंदुए की मौत हो चुकी थी. वहीं, टीम ने हिम तेंदुए का पोस्टमार्टम कर उसके शव को जलाकर नष्ट किया और तेंदुए का बिसरा सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिया.
ये भी पढ़े: गाय का शिकार करते हुए बाघ का वीडियो वायरल
रेंज अधिकारी प्रताप पंवार ने बताया कि प्रथम दृष्टया में हिम तेंदुए की मौत का कारण लंबे समय बीमारी और शिकार नहीं कर पाना लग रहा है. जिस वजह से उसकी मौत हो गई. वहीं, हिम तेंदुए की उम्र करीब 7 वर्ष बताई जा रही है.
आपको बता दें कि साल 2015 से 2018 के बीच पार्क क्षेत्र में दो हिम तेंदुए की मौत हो हुई थी. हिम तेंदुआ दुर्लभ प्रजातियों में से एक माना जाता है. इनके संरक्षण के लिए योजनाएं संचालित की जा रही है. बावजूद इसके हिम तेंदुए की मौत चिंता का विषय है.