उत्तरकाशी: सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे शुक्रवार को जनपद के एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे. जहां पर पत्रकारों से बातचीत में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि जो प्राइवेट स्कूल ऑनलाइन शिक्षा नहीं दे रहे हैं. उन्हें फीस लेने का अधिकार नहीं है, लेकिन जो प्राइवेट स्कूल ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं और अपने स्कूल के बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं. उन स्कूल के बच्चों के अभिभावकों को ट्यूशन फीस देनी चाहिए.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा देने वाले प्राइवेट स्कूलों में भी कर्मचारी हैं. वहां पर भी प्राइवेट स्कूल में भी ड्राइवर सहित चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं. इसलिए उनको देखते हुए अभिभावकों को ट्यूशन फीस देनी चाहिए. यह एक राष्ट्रसेवा है. साथ ही शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्कूलों के खुलने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. केंद्र और स्वास्थ्य मंत्रालय से किसी प्रकार की गाइडलाइन आने के बाद ही इस पर कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें- बागेश्वर: 16 वर्षीय नाबालिग की मौत मामले में नया मोड़, ऑनर किलिंग की आशंका
इसके बाद शिक्षा मंत्री ने चिन्यालीसौड़ सहित ब्रह्मखाल बड़कोट नौगांव में हरेला पर्व के तहत वृक्षारोपण किया और कहा कि हर व्यक्ति को जब भी समय मिले तो एक वृक्ष लगाना चाहिए. क्योंकि, जब हमारी प्रकृति स्वच्छ रहेगी. उसके बाद ही मनुष्य जीवन भी सुरक्षित रहेगा.