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मकर संक्रांति 2022: उत्तरकाशी में श्रद्धालुओं ने देव डोलियों संग किया गंगा स्नान

मकर संक्रांति पर उत्तरकाशी के गंगा घाटों पर स्थानीय देव डोलियों और श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई. दूसरी तरफ शिवालयों में भक्तों की भारी उमड़ी रही.

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उत्तरकाशी
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Published : Jan 14, 2022, 1:38 PM IST

उत्तरकाशीः मकर संक्रांति पर्व के मौके पर उत्तरकाशी के गंगा घाट पर स्थानीय देव डोलियों का संगम देखने को मिला. इसके अलावा सुबह 4 बजे हजारों श्रद्धालुओं ने कड़कड़ाती ठंड में गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई. ग्रामीणों ने गंगा स्नान करने के बाद गंगा जल बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अपने गांव के शिवालयों में चढ़ाया. साथ ही सुख-समृद्धि की कामना की.

मकर संक्रांति के मौके पर उत्तरकाशी के ग्रामीण क्षेत्र समेत टिहरी और यमुना घाटी से ग्रामीण ढोल-दमाऊं लेकर स्थानीय देव डोलियों के साथ मणिकर्णिका घाट व त्रिवेणी घाट पहुंचे. जहां देव डोलियों और श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. साथ ही दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने अपने पांडव-पश्वा और देवताओं के निशानों को भी गंगा स्नान करवाया. ग्रामीण अपनी सुविधाओं के मुताबिक पैदल और वाहनों के माध्यम से देवडोलियों के साथ गंगा घाटों तक पहुंचे.

ये भी पढ़ेंः मकर संक्रांति गंगा स्नान पर कोरोना की मार, गंगा घाट सील, लौटाए जा रहे श्रद्धालु

मकर संक्रांति पर गंगा स्नान का पुण्य लेने श्रद्धालु सुबह 4 बजे से गंगा घाटों पर एकत्रित होने लगे और यह सिलसिला दोपहर तक जारी रहा. इसके साथ ही जिले के मुख्य बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में भी जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.

उत्तरकाशीः मकर संक्रांति पर्व के मौके पर उत्तरकाशी के गंगा घाट पर स्थानीय देव डोलियों का संगम देखने को मिला. इसके अलावा सुबह 4 बजे हजारों श्रद्धालुओं ने कड़कड़ाती ठंड में गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई. ग्रामीणों ने गंगा स्नान करने के बाद गंगा जल बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अपने गांव के शिवालयों में चढ़ाया. साथ ही सुख-समृद्धि की कामना की.

मकर संक्रांति के मौके पर उत्तरकाशी के ग्रामीण क्षेत्र समेत टिहरी और यमुना घाटी से ग्रामीण ढोल-दमाऊं लेकर स्थानीय देव डोलियों के साथ मणिकर्णिका घाट व त्रिवेणी घाट पहुंचे. जहां देव डोलियों और श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. साथ ही दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने अपने पांडव-पश्वा और देवताओं के निशानों को भी गंगा स्नान करवाया. ग्रामीण अपनी सुविधाओं के मुताबिक पैदल और वाहनों के माध्यम से देवडोलियों के साथ गंगा घाटों तक पहुंचे.

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मकर संक्रांति पर गंगा स्नान का पुण्य लेने श्रद्धालु सुबह 4 बजे से गंगा घाटों पर एकत्रित होने लगे और यह सिलसिला दोपहर तक जारी रहा. इसके साथ ही जिले के मुख्य बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में भी जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.

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