पुरोला: दिल्ली यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग खनेडा के पास लगातार तीन दिनों बंद पड़ा है. जिससे यमुनोत्री धाम जाने वाले तीर्थ यात्रियों के साथ दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों का आवागमन भी पूरी तरीके से बाधित गया है. स्थानीय ग्रामीण लगातार मार्ग खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ग्रामीणों की मांगों को अनसुना कर रहा है.
मामले में ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन व राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण करने वाले ठेकेदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ठेकेदार अपने मुनाफे के लिए स्लिप जोन से निकलने वाले मलबे को 10 किलोमीटर दूर कुथनौर में डंप करवा रहे हैं. जहां इनका क्रशर प्लांट लगा हुआ है. जबकि, स्लिप जोन से मात्र 200 मीटर पर ही राष्ट्रीय राजमार्ग का डंपिंग यार्ड है.
ये भी पढ़ें: गोविंद वन्य जीव विहार में दिखा स्नो लेपर्ड, वन महकमे ने जताई खुशी
वहीं, बावजूद इसके जो मलबा एक दिन में हट जाना था. उस मलबे को चार दिनों तक अपने फायदे के लिए मलबे से लंबी दूरी तय करवाई जा रही है. जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन को मामले से अवगत करा दिया है, लेकिन प्रशासन ग्रामीणों की मांगों को अनसुना कर रहा है.