उत्तरकाशी/रुद्रप्रयागः भागीरथी नदी किनारे नहा रहे चार छोटे बच्चों की जान कांस्टेबल सरस्वती नेगी की सूझबूझ से बच गई. पुलिस लाइन ज्ञानसू स्थित सीसीटीवी कंट्रोल रूम में तैनात कांस्टेबल सरस्वती नेगी ने बच्चों की फुटेज देखते ही इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी. सूचना मिलने पर बिना देर किए पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चों को ऐसा करने से रोका और उन्हें घर भेज दिया.
बता दें कि इन दिनों पहाड़ों में बारिश हो रही है. जिससे भागीरथी नदी उफान पर बह रही है. लिहाजा, पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से लोगों को नदी नालों से दूर रहने की अपील की जा रही है. ताकि, उनके साथ कोई अनहोनी न हो. इसी कड़ी में मंगलवार को भी कुछ बच्चे केदार घाट पर भागीरथी नदी के किनारे नहा रहे थे. जहां उनके साथ हादसा भी हो सकता था.
गनीमत रही पुलिस लाइन ज्ञानसू स्थित सीसीटीवी कंट्रोल रूम में तैनात कांस्टेबल सरस्वती नेगी की नजर भागीरथी नदी पर लगाए कैमरे की फुटेज पर पड़ी. फुटेज में चार बच्चे नदी किनारे नहाते नजर आए. जिसके बाद उन्होंने तत्काल इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बच्चों को नदी किनारे से दूर हटाकर घर भेजा.
साथ ही परिजनों को इसकी सूचना दी और बच्चों को नदी किनारे न भेजने की अपील की. उत्तरकाशी एसपी अर्पण यदुवंशी ने महिला पुलिसकर्मी सरस्वती नेगी की ड्यूटी के प्रति तत्परता की सराहना की और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया. एसपी यदुवंशी ने अभिभावकों से विशेषकर बरसात के सीजन में अपने बच्चों को इस तरह अकेले न छोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि बरसात में नदी और गदेरों का जलस्तर बढ़ जाता है. जिससे अनहोनी का खतरा बना रहता है.
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रुद्रप्रयाग में तमिलनाडु की यात्री की तबीयत बिगड़ीः रुद्रप्रयाग में तमिलनाडु से केदारनाथ यात्रा पर आए एक तीर्थयात्री की अचानक से बाथरूम में तबीयत बिगड़ गई. काफी देर तक जब वो बाहर नहीं आया तो होटल कर्मचारियों ने उसे आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला. ऐसे में गेस्ट हाउस कर्मचारियों ने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और पुलिस के जवानों ने दरवाजे को काटकर तीर्थयात्री को बाहर निकाला. जिसके बाद उसका स्वास्थ्य इलाज किया गया.
दरअसल, तमिलनाडु निवासी फूलचंद यादव (उम्र 43 वर्ष) केदारनाथ यात्रा पर आया था. यात्रा पड़ाव के सोनप्रयाग स्थित एक होटल में मंगलवार सुबह 4 बजे नहाते समय अचानक उसका स्वास्थ्य खराब हो गया. काफी देर तक जब वो बाहर नहीं आया तो होटल कर्मचारियों को कुछ गड़बड़ लगा. होटल कर्मचारी जब बाथरूम की तरफ गए और यात्री को आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला. ऐसे में होटल कर्मचारियों ने बाथरूम के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन उनका प्रयास सफल नहीं हो पाया.
इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस एवं एसडीआरएफ के जवानों ने बाथरूम के दरवाजे को कटिंग उपकरणों की सहायता से काटकर यात्री को बाहर निकाला. साथ ही प्राथमिक उपचार दिया. होश में आने के बाद यात्री ने बताया कि नहाने के दौरान अचानक चक्कर आ जाने के कारण वो बेहोश हो गया था. अब वो पूर्णतया स्वस्थ महसूस कर रहा है. यात्री ने एसडीआरएफ एवं पुलिस को उनके प्राणों की रक्षा करने करने पर आभार जताया है.
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