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उत्तराखंड: CM ने किया आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा, 15 शव बरामद, 4 लाख मुआवजे की घोषणा - उत्तराखंड न्यूज

इस आपदा में अभीतक 13 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. एसडीआरएफ और सेना की टीम लगातार इलाके में राहत व बचाव के काम में जुटी हुई है.

उत्तरकाशी
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Published : Aug 20, 2019, 4:56 PM IST

Updated : Aug 20, 2019, 8:09 PM IST

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार को आई आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य मंगलवार को भी जारी रहा. एसडीआरएफ और सेना ने मलबे में दबे हुए लोगों की तलाश की. माकुड़ी गांव में 60 साल के बुर्जुग का शव मिला है. इस आपदा में मरने वालों की संख्या 15 पहुंच गई है. हालांकि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है. वहीं मगंलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात की. सीएम ने मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायत देने की घोषणा की है.

मुख्यमंत्री के साथ टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह और नैनीताल सांसद व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट भी आपदाग्रस्त क्षेत्र पहुंचे. सीएम ने माकुड़ी, टिकोची, ढगोली, गोकुल, मौडा, ब्लावट, किरोली, दुचाणु समेत कई क्षेत्रों का हवाई दौरा किया है. वहीं आराकोट और त्युनी में सीएम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. साथ ही क्षेत्र का निरीक्षण भी किया.

CM ने किया आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा

पढ़ें- उत्तरकाशी: सीएम त्रिवेंद्र आपदा प्रभावित गांवों के दौरे पर, पीड़ितों से की मुलाकात

आराकोट इंटर कॉलेज में बने कंट्रोल रूम में सीएम ने आपदा पीड़ितों का हाल जाना. इस दौरान सीएम ने पीड़ित परिवारों को आश्वसन दिया कि सरकार इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ है. शासन-प्रशासन की पहली प्राथमिकता है कि लोगों को सबसे पहले राहत और बचाव सामग्री पहुंचाई जाए.

सीएम ने उत्तरकाशी के डीएम को निर्देश दिए है कि वो जल्द से जल्द नुकसान का आंकलन कर उसकी रिपोर्ट शासन को भेजे, ताकि पीड़ित को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जा सके. सीएम ने कहा कि सेब इस क्षेत्र की मुख्य आजीविका है. इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है कि काश्तकारों का सेब जल्द से जल्द मंडियों में पहुंचाया जा सके.

पढ़ें- अल्मोड़ा: बारिश के कारण आधा दर्जन सड़कें बंद, 4 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त

बता दें कि रविवार को उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील के आराकोट-बंगाण क्षेत्र में बादल फट गया था. जिससे कई 13 गांव प्रभावित हुए थे. इस हादसे में अभीतक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोगों अभी भी लापता है. एसडीआरएफ और सेना की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है.

उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार को आई आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य मंगलवार को भी जारी रहा. एसडीआरएफ और सेना ने मलबे में दबे हुए लोगों की तलाश की. माकुड़ी गांव में 60 साल के बुर्जुग का शव मिला है. इस आपदा में मरने वालों की संख्या 15 पहुंच गई है. हालांकि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है. वहीं मगंलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात की. सीएम ने मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायत देने की घोषणा की है.

मुख्यमंत्री के साथ टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह और नैनीताल सांसद व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट भी आपदाग्रस्त क्षेत्र पहुंचे. सीएम ने माकुड़ी, टिकोची, ढगोली, गोकुल, मौडा, ब्लावट, किरोली, दुचाणु समेत कई क्षेत्रों का हवाई दौरा किया है. वहीं आराकोट और त्युनी में सीएम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. साथ ही क्षेत्र का निरीक्षण भी किया.

CM ने किया आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा

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आराकोट इंटर कॉलेज में बने कंट्रोल रूम में सीएम ने आपदा पीड़ितों का हाल जाना. इस दौरान सीएम ने पीड़ित परिवारों को आश्वसन दिया कि सरकार इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ है. शासन-प्रशासन की पहली प्राथमिकता है कि लोगों को सबसे पहले राहत और बचाव सामग्री पहुंचाई जाए.

सीएम ने उत्तरकाशी के डीएम को निर्देश दिए है कि वो जल्द से जल्द नुकसान का आंकलन कर उसकी रिपोर्ट शासन को भेजे, ताकि पीड़ित को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जा सके. सीएम ने कहा कि सेब इस क्षेत्र की मुख्य आजीविका है. इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है कि काश्तकारों का सेब जल्द से जल्द मंडियों में पहुंचाया जा सके.

पढ़ें- अल्मोड़ा: बारिश के कारण आधा दर्जन सड़कें बंद, 4 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त

बता दें कि रविवार को उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील के आराकोट-बंगाण क्षेत्र में बादल फट गया था. जिससे कई 13 गांव प्रभावित हुए थे. इस हादसे में अभीतक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोगों अभी भी लापता है. एसडीआरएफ और सेना की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है.

Intro:रविवार को आराकोट-बंगाण क्षेत्र में जलप्रलय में मरने वालों की संख्या 13 हो गई है। तो वहीं अभी संख्या बढ़ने के आसार हैं। स्थिति को देखते हुए स्वयं सीएम ने इस बात को स्वीकारा है। उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जनपद के सीमांत आराकोट-बंगाण क्षेत्र में रविवार को आई जलप्रलय के तीसरे दिन मरने वालों की संख्या 13 पहुंच गई है। आज सुबह माकुड़ी गांव में एक 60 वर्षीय मूल के बुजुर्ग का शव मिला है। वहीं अभी स्थितियां विकट ही बनी हुई है। हालांकि अभी खोज बचाव दल सहित एसडीआरएफ और पूरी जिला प्रशासन सभी प्रभावित 13 गांव में राहत बचाव और खोज का काम रही हैं। सीएम ने स्वयं स्वीकारा है कि अभी कई मृतक हैं। जिनके शव नही मिल पाए हैं। Body:वीओ-1, बीती रविवार सुबह आराकोट-बंगाण क्षेत्र के 13 गांव के ग्रामीणों ने ऐसी जलप्रलय का मंजर देखा,जिसके बारे में किसी ने कभी कल्पना भी न कि हो। रविवार को जगह- जगह रास्ते बंद थे,तो जिला प्रशासन की टीम एक दिन बाद सोमवार को आराकोट पहुंची। रविवार को आपदा प्रबंधन विभाग के खोज बचाव टीम को एक महिला का शव मिला और मरने वालों की संख्या 1 हो गई थी। साथ ही लापता लोगों की गिनती नहीं थी। सोमवार को मरने वालों की संख्या दोपहर तक 11 और 7 लापता थी। तो शाम तक मृतकों की संख्या 12 और लापता 6 थे। Conclusion:वीओ-2, मंगलवार सुबह से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में खोज बचाव और राहत का कार्य चल रहा है। हालांकि मंगलवार को मौसम साफ हो गया है। तो इस साफ मौसम के साथ और जलप्रलय की और तस्वीरें भी साफ हो सकती हैं। क्योंकि मंगलवार सुबह तक मरने वालों की संख्या 13 और 5 लापता हैं। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी स्थिति का जायजा लेकर यह काबुला है कि अभी स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है। वहीं मृतकों की संख्या भी बढ़ सकती है। बाइट- त्रिवेंद्र रावत,सीएम उत्तराखंड।
Last Updated : Aug 20, 2019, 8:09 PM IST
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