उत्तरकाशीः मोरी तहसील के आराकोट बंगाण क्षेत्र में भारी बारिश से तबाही मची हुई है. बारिश से करीब आधा दर्जन गांव प्रभावित हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान टिकोची और माकुड़ी में हुआ है. जिसमें एक दर्जन लोगों की बहने की सूचना है. साथ ही कई घर सैलाब की चपेट में आने से बह गए. घटना के बाद स्थानीय लोग काफी सहमे हुए हैं. वहीं, क्षेत्र में सड़क, संचार और विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है.
जानकारी के मुताबिक, मोरी तहसील के आराकोट बंगाण क्षेत्र के टिकोची, माकुड़ी, डगोली, किराणु, मौंड़ा, गोकुल, दूचाणू समेत अन्य गांवों में बीते कई दिनों से भारी बारिश जारी है. जिससे बारिश जमकर अपना कहर बरपा रही है. इसी कड़ी में माकुड़ी गांव में कुछ मकान जमींदोज गए. जिससे दो लोगों के लापता हो गए. वहीं, माकुड़ी नाले के उफान पर आने से टिकोची कस्बे में सैलाब आ गया. जिससे कई वाहन बह गए. साथ कई घर इसकी आगोश में आ गए. जिससे हाहाकार मच गया.
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टिकोची कस्बे में सैलाब आने के बाद स्थानीय लोग ऊंचाई वाले स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. साथ प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. उधर, आराकोट में भी हिमाचल से बहने से वाली पब्बर नदी उफान पर है. जिससे तीन लोग लापता हो गए. बारिश से कई एकड़ सेब की फसल तबाह हो गई है. इनदिनों पेड़ों पर सेब तैयार हैं, लेकिन बारिश और सड़कें बंद होने से नकदी फसल बर्बाद होने की कगार पर है.
वहीं, घटना स्थल पर बड़कोट समेत पुरोला से प्रशासन और राहत बचाव की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है, लेकिन आराकोट से पहले हिमाचल क्षेत्र के पन्द्राणु में एसडीएम समेत पुलिस के वाहन फंस गए हैं. जहां से एसडीएम अपने टीम के साथ ही पैदल ही घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. आपदा प्रबधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि अभी तक दो शव बरामद हुआ है. बाकी सूचना टीम के मौके पर पहुंचने के बाद ही पता चल पाएगा.
SDRF के अनुसार अब तक तीन लोगों की शव बरामद हो चुके हैं और 18 से 20 लोगों के लापता होने की खबर है. आपको बता दें कि आपदा प्रबन्धन के मानकों के अनुसार जब तक व्यक्ति का शव बरामद ना हो जाए उसे लापता की श्रेणी में रखा जाता है, लेकिन बाढ़ जैसी इस घटनाओं में शव मिलना नामुनकिन जैसा है, जिससे लापता लोगों को भी मौत में गिनना कोई बड़ी बात नहीं है. उस हिसाब से देखा जाए तो आज हुई इस घटना में 22 लोगों की मौत अभी तक मान सकते हैं.