उत्तरकाशी: नगर में लंबे समय से प्रशासन यमुनोत्री पैदल ट्रैक पर स्वच्छता अभियान चला रहा है. इसी क्रम में जिला प्रशासन विभाग के कर्मचारियों ने बुधवार को यमुनोत्री ट्रैक पर स्वच्छता अभियान चलाया. इसके बावजूद भी प्रशासन यमुनोत्री मार्ग पर स्वच्छता अभियान को धरातल पर नहीं उतार पा रहा है. देखिए ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट...
बुधवार को जिला अधिकारी के निर्देश पर सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने यमुनोत्री पैदल ट्रैक पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत सहित डीएम डॉ आशीष चौहान सहित कई उच्च अधिकारी इस अभियान में शामिल हुए लेकिन यह अभियान हर बार की तरह कुछ कट्टे कूड़ा उठाने तक ही सीमित ही रह गया. आपके बता दें कि यमुना किनारे पसरा प्लास्टिक और नदी में जा रहा प्रत्यक्ष सीवरेज प्रशासन को भी नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में लोगों का कहना ही कि यमुना में स्वचछ अभियान एक आडंबर बनकर रह गया है.
ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट में साफ देखा जा सकता है कि सफाई अभियान मात्र ट्रैक तक ही सीमित रह गया है. यमुनोत्री पैदल ट्रैक पर घोड़ों, खच्चरों की लीद पड़ी रहती है. साथ ही ट्रैक के आसपास मौजूद गंदगी बारिश में बह कर यमुना नदी में जा मिलती है. इस पैदल ट्रैक पर स्वचछता को लेकर कोई संदेश देखने को नहीं मिलता है. यहां के हालातों को देख लगता है कि शायद यमुनोत्री धाम पैदल ट्रैक और यमुना नदी की स्वच्छ्ता के लिए प्रशासन के पास कोई कारगर योजना नहीं है.
जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने बताया की सालों से यहां कूड़ा जमा है, जिसे हटाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. फिलहाल इस सीजन में जमा हो रहे कूड़े को हटाया जा रहा है.