उत्तरकाशी: देश के उच्च हिमालयी क्षेत्र और बुग्याल हमेशा से ही दुर्लभ वन्य जीवों का घर माने जाते रहे हैं. इसी कड़ी में गोविंद वन्य जीव विहार में पहली बार ब्राउन बियर (भूरा भालू) दिखाई दिया है. जिसे वन विभाग के अधिकारियों ने अपने कैमरे में कैद किया है. भूरे भालू को उच्च हिमालयी क्षेत्र में शारीरिक दृष्टिकोण से सबसे बड़ा जानवर कहा जाता है.
उत्तरकाशी के मोरी तहसील में करीब 1000 वर्ग किमी में फैला गोविंद वन्य जीव विहार दुर्लभ वन्य जीव अभयारण्य है. जिसे कई दुर्लभ वन्य जीवों का घर कहा जाता है. वहीं गोविंद वन्य जीव विहार सूपिन रेंज अधिकारी ज्वाला प्रसाद गौड़ ने बताया कि अप्रैल अंतिम महीने में वन विभाग की ओर से विहार के ऊंचाई वाले इलाकों में पेट्रोलिंग की गई. पेट्रोलिंग के दौरान टीम को पहली बार ब्राउन बियर देखने को मिला. जिसकी तस्वीर विभागीय अधिकारियों ने कैमरे में कैद कर ली. भूरा भालू पाकिस्तान सहित अफगानिस्तान सहित भारत के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है. साथ ही इसके नर और मादा की पहचान जल्द हो जाती है. नर भूरे भालू का कद करीब 7 फीट ऊंचा तो मादा भूरे भालू का कद 6 फीट तक होता है.
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रेंज अधिकारी ज्वाला प्रसाद गौड़ ने बताया कि विहार के अंतर्गत भूरे भालू होने की आशंका जताई गई थी. उन्होंने बताया कि भूरे भालू सर्दियों में अमूमन 3 महीने आराम करता है. इसलिए यह सबसे ज्यादा शिकार सर्दियों से पहले और सर्दियों के बाद ही करता है. भूरा भालू जंगली फलों के साथ भरल और बुग्यालों में रहने वाली भेड़-बकरियों का मांस खाना पसंद करता है. उन्होंने आगे कहा कि गोविंद वन्य जीव विहार में ब्राउन बियर का दिखना पर्यावरण और वन विभाग के लिए शुभ संकेत हैं.