उत्तरकाशी: सीमांत विकासखण्ड भटवाड़ी में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के लिए पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार का क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें जनप्रतिनिधि तो मौजूद रहे, लेकिन जिले का कोई भी सक्षम अधिकारी मौजूद नहीं था. वहीं, खण्ड विकास अधिकारी भी नदारद रहे. जिस पर ब्लॉक प्रमुख सहित जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए डीएम से इस मामले की शिकायत करने की बात कही.
दरअसल, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए ग्राम प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. साथ ही ग्राम पंचायत के विकास के लिए प्रतिनिधियों के दायित्व और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ तालमेल पर जोर दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी विभागीय रेखीय समाज कल्याण सहित बाल विकास, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित शिक्षा विभाग, पशु विभाग और खण्ड विकास अधिकारी सहित तमाम अधिकारी कार्यक्रम की गाइडलाइन के अनुरूप मौजूद होने चाहिए थे. लेकिन जिले के विभागीय अधिकारी और भटवाड़ी विकासखण्ड के खंड विकास अधिकारी इस कार्यक्रम से नदारद रहे.
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वहीं, त्रिस्तरीय पंचायत के विकास और भारत सरकार की योजनाओं को लेकर अधिकारी किस प्रकार लापरवाह हैं. प्रशिक्षण कार्यक्रम में उनकी गैरमौजूदगी इस बात को जाहिर करती है. आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि तो 3 दिनों से पहुंच रहे हैं. लेकिन खण्ड विकास अधिकारी, ब्लॉक प्रमुख की मौजूदगी के बाद भी प्रशिक्षण कार्यक्रम से गायब हैं. वहीं, जनप्रतिनिधियों का कहना है कि अन्य जिलों के अधिकारियों से उम्मीद करना तो बेईमानी है, जब स्वयं पूरे विकासखण्ड के जिम्मेदार अधिकारी और खण्ड विकास अधिकारी इस तरह से लापरवाह बने हुए हैं.